विदेश की खबरें | फुकुशिमा परमाणु संयंत्र ने समुद्र में संशोधित रेडियोएक्टिव जल की दूसरी खेप छोड़ी

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on world at LatestLY हिन्दी. तोक्यो, पांच अक्टूबर (एपी) जापान में मार्च 2011 में आए भीषण भूकंप और सुनामी से लगभग तबाह हुए फुकुशिमा परमाणु संयंत्र के संचालक ने कहा कि संशोधित रेडियोधर्मी जल की दूसरी खेप को समुद्र में छोड़ने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई।

श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

तोक्यो, पांच अक्टूबर (एपी) जापान में मार्च 2011 में आए भीषण भूकंप और सुनामी से लगभग तबाह हुए फुकुशिमा परमाणु संयंत्र के संचालक ने कहा कि संशोधित रेडियोधर्मी जल की दूसरी खेप को समुद्र में छोड़ने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई।

संशोधित रेडियोधर्मी जल की पहली खेप को समुद्र में छोड़ने की प्रक्रिया सुचारू रूप से समाप्त हो गयी जिसके बाद दूसरे चरण की प्रक्रिया शुरू की गयी है।

संयंत्र के संचालक ‘तोक्यो इलेक्ट्रिक पावर कंपनी होल्डिंग्स’ (तेपको) ने कहा कि कर्मचारियों ने संशोधित रेडियोधर्मी जल को समुद्र में छोड़ने के लिए एक पंप चालू कर दिया।

शोधित जल को समुद्र में छोड़ने की प्रक्रिया दशकों तक चलने की संभावना है। इस योजना का मछुआरा समुदाय और दक्षिण कोरिया समेत पड़ोसी देशों ने काफी विरोध किया है। जापान के मछुआरा समुदाय ने इस योजना का यह कहते हुए विरोध किया था कि इससे ‘सीफूड’ की साख गिरेगी। चीन ने जापान से ‘सीफूड’ के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है जिससे जापानी ‘सीफूड’ उत्पादकों तथा निर्यातकों को काफी नुकसान हो रहा है।

संयंत्र ने सबसे पहले 24 अगस्त को संशोधित रेडियोधर्मी जल को समुद्र में छोड़ने की प्रक्रिया शुरू की थी और यह 11 सितंबर को समाप्त हुई थी। तेपको ने बताया कि उसने 10 टैंकों से 7,800 टन शोधित जल समुद्र में छोड़ा। दूसरे चरण में उसकी 17 दिन में 7,800 टन शोधित जल प्रशांत महासागर में छोड़ने की योजना है।

संयंत्र में करीब 1,000 टैंकों में लगभग 13.4 लाख टन रेडियोधर्मी जल रखा है।

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