छत्रपति संभाजीनगर, 30 अप्रैल महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री सुरेश नवले ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना से इस्तीफा दे दिया और दावा किया कि मुख्यमंत्री ने भाजपा के दबाव के सामने घुटने टेक दिये हैं।
नवले ने यह भी कहा कि वह किसी भी राजनीतिक दल में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने लोकसभा चुनाव में बीड सीट से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) (राकांपा-एसपी) के प्रत्याशी बजरंग सोनवाने का समर्थन करने की घोषणा की।
बीड निवासी नवले ने सोमवार को एक खबरिया चैनल से कहा कि उन्होंने 25 अप्रैल को शिवसेना से इस्तीफा दे दिया था।
उन्होंने कहा, ‘‘मेरा आरोप है कि मुख्यमंत्री ने भाजपा के दबाव के सामने घुटने टेक दिये हैं। वह पहले (शिवसेना में बगावत कर) बाहर आ गये थे और सरकार बनायी थी लेकिन जब यह उम्मीद की गयी कि हम अपनी (शिवसेना की) 18 सीट पर चुनाव लड़ेंगे तब उन्होंने उसी जज्बे के साथ भाजपा के दबाव का विरोध नहीं किया।’’
वर्ष 2019 में अविभाजित शिवसेना ने महाराष्ट्र में लोकसभा की 48 में से 22 सीट पर चुनाव लड़ा था और वह 18 सीट जीती थी।
नवले ने कहा कि उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना इस बार राज्य में 21 लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ रही है और यहां (शिंदे की अगुवाई वाली पार्टी में) निवर्तमान सांसदों को भी टिकट नहीं दिया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘जो लोग शिंदे के साथ गये थे, उनका राजनीतिक कॅरियर कम से कम आज तो खत्म ही हो गया, कल का मुझे पता नहीं। लेकिन लोकसभा चुनाव में यदि यह स्थिति है तो विधानसभा चुनाव में स्थिति बदतर होगी।’’
नवले ने कहा कि भावना गवली (यवतमाल वाशिम) और हेमंत पाटिल (हिंगोली) जैसे निवर्तमान शिवसेना सांसदों को पुन: चुनाव मैदान में नहीं उतारा गया जबकि नासिक लोकसभा सीट पर उम्मीदवार के लिए निर्णय अब तक लंबित है।
उन्होंने दावा किया, ‘‘शिवसेना में संवाद के लिए कोई जगह नहीं है। पार्टी कार्यकर्ता मौन हैं।’’
सोमवार को बीड में अपने समर्थकों के साथ बैठक करने के बाद नवले ने कहा कि वह राकांपा (एसपी) प्रत्याशी सोनवाने का समर्थन करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा ने शिवसेना को ठगा है इसलिए मेरे समर्थकों ने मुझसे बजरंग सोनवाने का समर्थन करने को कहा है और मैंने उसी हिसाब से घोषणा की है।’’
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