लखनऊ, दो अगस्त समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर तंज कसते हुए कहा,''भाजपा सचमुच चमत्कारी पार्टी है, वह कब कौन रूप धारण कर ले-कहना मुश्किल है। यह समझ में नहीं आता है कि गृह मंत्री किस बात के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की तारीफ करते हैं।''
सोमवार को सपा मुख्यालय से जारी बयान में यादव ने कहा, ''भाजपा नेतृत्व बड़े-बड़े वादे कर जनता को बहलाने का गुर जानता है और समाजवादी पार्टी के कामों पर अपना ठप्पा लगा कर भ्रम पैदा करने में माहिर हैं।''
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के लखनऊ दौरे के एक दिन बाद ही उन्हें लक्ष्य बनाते हुए यादव ने कहा,‘‘अब केंद्रीय गृह मंत्री ने भविष्यवक्ता का भी रूप धारण कर लिया है। लोकतंत्र में जनता मतदान से सरकार बनाती है परन्तु केन्द्रीय गृहमंत्री ने बिना चुनाव मैदान में उतरे ही भविष्यवाणी कर दी है कि विपक्ष को सन् 2022 में करारी हार के लिए तैयार रहना चाहिए। यानी भाजपा राज में न अपील, न वकील और न दलील की कथा चलेगी। तानाशाही मानसिकता इसी को तो कहते हैं।''
रविवार को उप्र के एक दिवसीय दौरे पर लखनऊ और मिर्जापुर में आए शाह ने विपक्षी दलों खासतौर से सपा पर निशाना साधा और पिछली सपा सरकार में उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था को बदहाल बताया तथा बेहतर कानून-व्यवस्था, विकास और कोविड-19 प्रबंधन के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जमकर तारीफ की थी।
सपा प्रमुख ने कहा, ''समझ में नहीं आता कि प्रधानमंत्री जी हों या गृह मंत्री जी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की किस बात के लिए तारीफ करते हैं। कोरोना संक्रमण के दौर में उत्तर प्रदेश में मौतों का ऐसा सिलसिला चला कि शवदाह गृहों में लाशें जलाने की जगह भी नहीं बची। अस्पतालों में बेड, दवा और इलाज का अकाल पड़ गया। इंजेक्शन और जीवन रक्षक दवाएं कालाबाजारी में ही उपलब्ध थी। आक्सीजन की कमी से अस्पतालों में तमाम सांसे उखड़ गई। हर तरफ चीत्कार और हाहाकार मचा था।''
उन्होंने कहा, ''केन्द्रीय गृहमंत्री जी मुख्यमंत्री जी को प्रशंसा-पत्र बांटते समय भूल गए कि भाजपा राज में महिलाओं और बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनाओं की बाढ़ आ गई है। लूट, अपहरण, हत्या रोज की वारदातें हो गई है। व्यक्ति का जीवन-मरण तय करने का काम सत्ता संरक्षित अपराधियों को मिला हुआ है। समाज में नफरत का माहौल है। लोक त्रस्त हैं।''
उन्होंने दावा किया कि जनता तय कर चुकी है कि 2022 में वह वादाखिलाफी करने वालों को ठीक से सबक सिखाकर समाजवादी पार्टी की सरकार बनाने जा रही है।
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