देश की खबरें | कटरा-बनिहाल खंड पर ट्रेन परिचालन का पहला प्रायोगिक परीक्षण सफल
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. हिमालय और बर्फ से ढके पहाड़ों के बीच से गुजरने वाले खंड पर ट्रेन परिचालन का पहला प्रायोगिक परीक्षण शनिवार को सफल रहा। इस ट्रेन को कटरा-बनिहाल खंड पर सफलतापूर्वक चलाया गया जो अगले सप्ताह अंतिम वैधानिक सुरक्षा निरीक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
बनिहाल/जम्मू, चार जनवरी हिमालय और बर्फ से ढके पहाड़ों के बीच से गुजरने वाले खंड पर ट्रेन परिचालन का पहला प्रायोगिक परीक्षण शनिवार को सफल रहा। इस ट्रेन को कटरा-बनिहाल खंड पर सफलतापूर्वक चलाया गया जो अगले सप्ताह अंतिम वैधानिक सुरक्षा निरीक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
रेलवे सुरक्षा आयुक्त निरीक्षण के बाद कश्मीर के लिए रेल सेवा शुरू करने को लेकर रिपोर्ट सौंपेंगे।
रेलवे ने पिछले महीने पटरी के विभिन्न खंडों पर छह परीक्षण किए हैं, जिनमें भारत का पहला केबल के सहारे बना रेल पुल, अंजी खाद पुल और कौरी में चिनाब नदी पर बना मशहूर मेहराब वाला पुल (आर्क ब्रिज) शामिल है। यह ‘आर्क ब्रिज’ दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल है।
उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लिंक (यूएसबीआरएल) के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (सीएओ) संदीप गुप्ता ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘सुरक्षा परीक्षणों के तहत हमने आज का परीक्षण किया। हम इस प्रयोगिक परीक्षण का हिस्सा थे और यह सफल रहा।’’
गुप्ता ने कहा कि रेलवे सुरक्षा आयुक्त सात और आठ जनवरी को वैधानिक निरीक्षण और परीक्षण करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘इसके बाद आयुक्त एक रिपोर्ट सौंपेंगे जो कश्मीर के लिए ट्रेन सेवाएं शुरू करने पर आगे की कार्रवाई का मार्गदर्शन करेगी।’’
गुप्ता ने कहा, ‘‘अब तक सब कुछ ठीक रहा है। हम 75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से कटरा लौटेंगे। जब रेलवे सुरक्षा आयुक्त परीक्षण करेंगे, तो वे 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से यात्रा करेंगे। यह परीक्षण उसी तैयारी का हिस्सा है।’’
कटरा और बनिहाल के बीच ट्रेन के पहले प्रायोगिक परीक्षण ने यात्रियों को रोमांचित कर दिया क्योंकि यह बर्फ से ढके पहाड़ों से होकर गुजरी, जहां प्रकृति की सुंदरता का इंजीनियरिंग के चमत्कार से मिलन हुआ।
अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन अपराह्न करीब डेढ़ बजे बनिहाल रेलवे स्टेशन पर पहुंची। यूएसबीआरएल, उत्तर रेलवे और निर्माण कंपनियों के अधिकारियों के साथ गुप्ता ट्रेन पर सवार थे।
यूएसबीआरएल परियोजना का लक्ष्य कश्मीर घाटी और देश के बाकी हिस्सों के बीच रेल संपर्क स्थापित करना है।
अंजी खाद पुल (जिसमें नदी के तल से 331 मीटर की ऊंचाई तक एक एकल खंभा है) यूएसबीआरएल परियोजना के तहत हासिल किया गया इंजीनियरिंग का एक और मील का पत्थर है।
अंजी खाद पुल की कुल लंबाई 473.25 मीटर है, जिसमें ‘वायाडक्ट’ 120 मीटर है।
रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह ने नवंबर में घोषणा की थी कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जनवरी में यूएसबीआरएल परियोजना के तहत कश्मीर को नई दिल्ली से जोड़ने वाली वंदे भारत ट्रेन का उद्घाटन कर सकते हैं।
यूएसबीआरएल के तहत कई चरणों में कुल 272 किलोमीटर लंबे रेल मार्ग का निर्माण किया गया है।
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