देश की खबरें | परिवार ने घर सील किये जाने से अंदर ही फंसे होने का लगाया आरोप, अधिकारियों ने परिसर को अवैध बताया

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एक व्यक्ति ने आरोप लगाया कि लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) के कर्मियों द्वारा बिना किसी पूर्व सूचना के उसके घर को सील कर दिए जाने के बाद वह अपनी पत्नी और बेटे के साथ घर के अंदर फंस गया।

लखनऊ, 12 दिसंबर उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एक व्यक्ति ने आरोप लगाया कि लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) के कर्मियों द्वारा बिना किसी पूर्व सूचना के उसके घर को सील कर दिए जाने के बाद वह अपनी पत्नी और बेटे के साथ घर के अंदर फंस गया।

हुसैनगंज इलाके के निवासी मोहम्मद खालिद ने मीडिया से बातचीत में बताया कि एलडीए अधिकारियों ने बुधवार दोपहर में उनकी पत्नी को घर खाली करने का निर्देश दिया था, क्योंकि उसे सील किया जाना था।

खालिद ने कहा कि हालांकि, उनकी पत्नी ने इसका विरोध किया और अधिकारियों को बताया कि उनके पति दिल के मरीज हैं और उन्हें दो बार दिल का दौरा पड़ चुका है तथा उन्हें तत्काल चिकित्सा की आवश्यकता है और उन्हें वहां से हटाया नहीं जा सकता। खालिद ने कहा कि इसके बावजूद, घर को सील करने की प्रक्रिया आगे बढ़ी।

खालिद ने यहां एक पत्रकार से कहा, ‘‘उन्होंने मेरे घर के बाहर एलडीए लिखा एक टेप लगा दिया और मुझसे कहा कि घर को सील कर दिया गया है और मैं अपने घर को सील करने वाले टेप को तोड़ नहीं सकता या उसे क्षति नहीं पहुंचा सकता।’’

खालिद ने कहा, ‘‘इस कार्रवाई के कारण मेरी पत्नी और एक नाबालिग बेटा घर के अंदर फंस गए।’’

खालिद ने आरोप लगाया कि एलडीए के कुछ कर्मियों के आने और सील हटाने और चले जाने से पहले परिवार पांच घंटे से अधिक समय तक घर के अंदर रहा। खालिद ने यह भी बताया कि 2017 से ताहिर कुरैशी नामक बिल्डर द्वारा निर्माणाधीन यह मकान अभी भी अधूरा है।

उन्होंने आरोप लगाया कि बिल्डर ने लापरवाही दिखाई है और कई अपील के बावजूद एलडीए इस मुद्दे को हल करने में विफल रहा है। खालिद ने बिल्डर और एलडीए अधिकारियों, दोनों की ओर से सूचना नहीं दिये जाने का आरोप लगाया। खालिद ने आरोप लगाया कि एलडीए अधिकारियों ने जारी निर्माण में देरी के मुद्दे का समाधान करने के उनके अनुरोधों को नजरअंदाज किया।

शाम करीब छह बजे एलडीए के अधिकारी सील हटाने के लिए वापस आये, जिससे फंसे परिवार को बहुत जरूरी राहत मिली।

इस घटना पर एलडीए के जोनल अधिकारी शशि भूषण पाठक ने स्पष्ट किया कि इमारत को सितंबर की शुरुआत में सील कर दिया गया था। पाठक ने कहा, ‘‘मुझे इमारत को सील करने के किसी नये आदेश की जानकारी नहीं है। अगर कोई इमारत में रह रहा था, तो यह अवैध है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘एलडीए बिल्डर ताहिर कुरैशी के खिलाफ लापरवाही और नियमों का पालन न करने के लिए सख्त कार्रवाई करेगा।’’

फिलहाल परिवार घर में ही है।

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