देश की खबरें | भारत को यूएनएससी में स्थायी सदस्यता और वीटो पावर मिलने का फर्जी दावा सोशल मीडिया पर शेयर
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. पीटीआई फैक्ट चेक डेस्क की जांच में वायरल दावा गलत निकला। भारत को अभी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता और वीटो अधिकार मिलना बाकी है। वर्तमान में केवल पांच देश - चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका ही यूएनएससी के स्थायी सदस्य हैं और केवल इन देशों के पास ही वीटो अधिकार है।
पीटीआई फैक्ट चेक डेस्क की जांच में वायरल दावा गलत निकला। भारत को अभी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता और वीटो अधिकार मिलना बाकी है। वर्तमान में केवल पांच देश - चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका ही यूएनएससी के स्थायी सदस्य हैं और केवल इन देशों के पास ही वीटो अधिकार है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर दो अक्टूबर को एक यूजर ने वायरल वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “बधाई! भारत को मिली वीटो पावर!’’ विश्व के 180 देशों ने किया भारत का समर्थन, चीन का विरोध पड़ा ठंडा, भारत का दशकों पुराना सपना हुआ पूरा! ये है मोदी के भारत का सुपर पावर। मोदी है, तो मुमकिन है।”
कई अन्य यूजर्स भी इस वीडियो को समान दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।
दावे की पुष्टि के लिए डेस्क ने संबंधित कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया। हमें कोई विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली जो वायरल दावे की पुष्टि करती हो। अगर वाकई में भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बनाया गया होता तो इससे जुड़ी खबरें पूरी दुनिया और विशेष रूप से भारत के मीडिया की सुर्खियों में होतीं।
जांच को आगे बढ़ाते हुए डेस्क ने संयुक्त राष्ट्र की आधिकारिक वेबसाइट का रुख किया जिस पर स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि केवल पांच देश - चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका ही यूएनएससी के स्थायी सदस्य हैं और केवल इन्हीं देशों के पास वीटो शक्ति है।
इसके अलावा सुरक्षा परिषद में 10 अस्थायी सदस्य भी होते हैं, जिन्हें संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा दो साल के कार्यकाल के लिए चुना जाता है। वर्तमान में अल्जीरिया, इक्वाडोर, गुयाना, जापान, माल्टा, मोजाम्बिक, दक्षिण कोरिया, सिएरा लियोन, स्लोवेनिया और स्विट्जरलैंड यूएनएससी के अस्थायी सदस्य हैं।
भारत अब तक कुल आठ बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य चुना जा चुका है। भारत, वर्ष 1950, 1967, 1972, 1977, 1984, 1991, 2011 और 2021 में अस्थायी सदस्य के रूप में चुना गया। भारत ने सुरक्षा परिषद के निर्वाचित सदस्य के रूप में अपने दो साल के कार्यकाल के दौरान वर्ष 2021-22 में दूसरी बार सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता की। इससे पहले भारत ने अगस्त 2021 में यूएनएससी की अध्यक्षता की थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत लंबे समय से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता की मांग कर रहा है। अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, फ्रांस आदि देशों ने भी भारत की स्थायी सदस्यता की मांग का समर्थन किया है, लेकिन चीन अपनी वीटो शक्ति का इस्तेमाल कर भारत के दावे का विरोध करता रहा है।
हमारी अब तक की जांच से यह स्पष्ट है कि भारत अभी तक यूएनएससी का स्थायी सदस्य नहीं बना है और सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा गलत है।
सोशल मीडिया पर वायरल किसी भी दावे की सच्चाई या सत्यापन के लिए पीटीआई फैक्ट चेक डेस्क के व्हाट्सएप नंबर +91-8130503759 से संपर्क करें।
पीटीआई फैक्ट चेक
टीम
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