चेन्नई, 16 मार्च भारतीय टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ को उम्मीद है कि रविचंद्रन अश्विन जल्द ही संन्यास नहीं लेंगे जबकि रवि शास्त्री चाहते हैं कि वह कम से कम दो साल तक बल्लेबाजों को परेशान करें और अनिल कुंबले को विदेशों में भारतीय टीम में उन्हें नियमित रूप से नहीं खिलाने पर हैरानी होती है।
अश्विन दुर्लभ प्रतिभा के धनी हैं, इसके लिए किसी के बयान की जरूरत नहीं है लेकिन इन तीन राष्ट्रीय कोच (एक मौजूदा और दो पूर्व कोच) के एक ही शाम, एक ही मंच और एक ही समय में इस गेंदबाज बारे में इस तरह की बातें कहना इस खिलाड़ी की काबिलियत का स्तर दर्शाता है।
तमिलनाडु क्रिकेट संघ (टीएनसीए) ने अश्विन के 100 टेस्ट पूरा करने और 500 विकेट पार करने की उपलब्धि का जश्न मनाने के लिए एक सम्मान समारोह आयोजित किया। इस कार्यक्रम के मौके पर द्रविड़ ने कहा, ‘‘अभी उसमें काफी खेल बचा है। उसने अपनी कड़ी मेहनत, समर्पण और नयेपन से स्पिन गेंदबाजी की कला को निखारा है। वह शानदार विरासत हैं। शानदार, बहुत बढ़िया, आपने युवा स्पिनररों की पूरी पीढ़ी को प्रेरित किया है। ’’
‘द वॉल’ ने कहा, ‘‘वह हमेशा टीम की सफलता में योगदान देने का इच्छुक रहता है। उनके साथ बिताये गये समय का आनंद लिया है। ‘‘
द्रविड़ को अश्विन की उत्कृष्टता की तलाश करना और अलग तरह की अनिश्चितताओं के खेल के बारे में हमेशा जिज्ञासु बने रहना बहुत खास लगता है और बतौर कोच वह इसे चुनौतीपूर्ण मानते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘उसके बारे में अच्छी चीज है कि वह आपको चुनौती देता है और बतौर कोच आप ऐसा ही चाहते हो। उनके साथ इस तरह की और कई यादों के लिए तैयार हूं। वह इसी तरह के खिलाड़ी हैं। ’’
द्रविड़ से पहले भारतीय टीम के कोच रहे शास्त्री ने अश्विन से कुछ और वर्षों तक बल्लेबाजों की सोच से खेलना जारी रखने का आग्रह किया।
शास्त्री ने कहा, ‘‘इतनी बड़ी उपलब्धियां। कोई मजाक नहीं है इतनी सारी उपलब्धियां हासिल करना। आपको शुभकामनायें। मेरा मानना है कि आपमें अभी काफी क्रिकेट बचा है। स्पिनर उम्र बढ़ने के साथ परिपक्वत होते हैं। आप पर फक्र है। बहुत बढ़िया, लुत्फ लेते रहिये और कम से कम दो और वर्षों तक बल्लेबाजों को परेशान करते रहिये। ’’
भारतीय टेस्ट इतिहास में कुंबले के 619 विकेट गेंदबाजों के लिए सबसे बड़ा ‘बेंचमार्क’ बने हुए हैं। उन्होंने पिछले दशक में भारत की सफलता में अश्विन के बड़े योगदान के बारे में कहा, ‘‘मेरे हिसाब से देश का जितने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों ने प्रतिनिधित्व किया है, वह उन में से एक हैं। उनके विकेट की संख्या शानदार है। उनकी खुद की और भारत की सफलता में पारस्परिक संबंध रहा है। वह कभी संतुष्ट नहीं होते और हमेशा बेहतर से बेहतर चाहते हैं। ’’
पूर्व भारतीय कप्तान का मानना है कि अगर विदेश में टेस्ट मैच के दौरान अश्विन को नजरअंदाज नहीं किया गया होता तो वह बहुत पहले ही 100 टेस्ट खेल चुके होते।
कुंबले ने कहा, ‘‘उसे अपना 100वां टेस्ट बहुत पहले ही खेल लेना चाहिए था। लेकिन उसे विदेशी दौरों के लिए उसे हमेशा भारतीय टीम में शामिल ही नहीं किया जाता जो मुझे हैरानी भरा लगता है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि वह आधिकारिक भारतीय कप्तान नहीं रहे हैं लेकिन हमेशा ड्रेसिंग रूम में नेतृत्वकर्ता रहे हैं। यह देखना शानदार लगा कि उन्होंने अपना 500वां विकेट अपने पिता को समर्पित किया। उनमें अब भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और आईपीएल क्रिकेट बचा है। उन्हें और अच्छा प्रदर्शन करते हुए देखना चाहता हूं। ’’
लंबे समय तक अश्विन के स्पिन गेंदबाजी साझीदार रविंद्र जडेजा और कप्तान रोहित शर्मा ने उम्मीद जतायी कि यह चैम्पियन गेंदबाज और यादगार पल इजाद करेगा।
जडेजा ने ‘वर्चुअल’ संदेश में कहा, ‘‘भारतीय टीम में आपका योगदान अनमोल रहा है। और अधिक योगदान की उम्मीद है। ’’
रोहित ने अपने इस खतरनाक गेंदबाज की प्रशंसा करते हुए कहा, ‘‘हमने साथ में काफी क्रिकेट खेला है जिसमें इतनी सारे यादें रही हैं। आपकी सबसे खास बात आपका बतौर गेंदबाज इस तरह आगे बढ़ना रहा है। आपके साथ खेलना अद्भुत रहा है। आपको और आपके परिवार को बधाई। भविष्य के लिए शुभकामनायें। ’’
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