जरुरी जानकारी | जनवरी-मार्च में आठ प्रमुख शहरों में कार्यालय स्थलों की मांग 97% बढ़कर 1.14 करोड़ वर्ग फुट पर
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. देश के आठ प्रमुख शहरों में चालू कैलेंडर साल की पहली (जनवरी-मार्च) तिमाही के दौरान कार्यालय स्थलों की मांग में प्रौद्योगिकी और बैंकिंग, वित्तीय सेवा और बीमा (बीएफएसआई) कंपनियों की हिस्सेदारी 51 प्रतिशत रही। संपत्ति सलाहकार सीबीआरई की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
नयी दिल्ली, 14 अप्रैल देश के आठ प्रमुख शहरों में चालू कैलेंडर साल की पहली (जनवरी-मार्च) तिमाही के दौरान कार्यालय स्थलों की मांग में प्रौद्योगिकी और बैंकिंग, वित्तीय सेवा और बीमा (बीएफएसआई) कंपनियों की हिस्सेदारी 51 प्रतिशत रही। संपत्ति सलाहकार सीबीआरई की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में कार्यालय क्षेत्र में 2022 की पहली तिमाही में मजबूत सुधार जारी रहा और पट्टा गतिविधियां सालाना आधार पर 97 प्रतिशत बढ़कर 1.14 करोड़ वर्ग फुट पर पहुंच गईं।
सीबीआरई ने कहा, ‘‘कार्यालय स्थलों की मांग में प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनियों की हिस्सेदारी 34 प्रतिशत रही। उसके बाद 17 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ बीएफएसआई कंपनियां दूसरे स्थान रहीं। लचीले स्थल परिचालकों की हिस्सेदारी 13 प्रतिशत, इंजीनियरिंग और विनिर्माण की 12 प्रतिशत और अनुसंधान, परामर्श और विश्लेषण फर्मों की हिस्सेदारी 11 प्रतिशत रही।’’
तिमाही के दौरान पट्टा गतिविधियों में बेंगलुरु, चेन्नई और दिल्ली-एनसीआर दबदबा रहा। कुल कार्यालय स्थल मांग में इनकी हिस्सेदारी दो-तिहाई रही।
सीबीआरई भारत, दक्षिण-पूर्व एशिया, पश्चिम एशिया और अफ्रीका के चेयरमैन और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अंशुमान मैगजीन ने कहा, ‘‘सरकार के कोविड-19 प्रोटोकॉल और 2021 में कार्यालय स्थलों की मांग में सुधार के चलते हमें 2022 में भी यही रफ्तार कायम रहने की उम्मीद है।’’
आंकड़ों के अनुसार, 2022 की जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान दिल्ली-एनसीआर में कार्यालय स्थलों की पट्टे पर मांग 87 प्रतिशत बढ़कर 19 लाख वर्ग फुट हो गई।
मुंबई में यह आठ लाख वर्ग फुट रही, जो एक साल पहले की समान अवधि से 70 प्रतिशत अधिक है।
वहीं बेंगलुरु में कार्यालय स्थलों की मांग 43 फीसदी बढ़कर 35 लाख वर्ग फुट हो गई। चेन्नई में यह कई गुना होकर 23 लाख वर्ग फुट पर पहुंच गई।
हैदराबाद में कार्यालय स्थल की मांग 75 प्रतिशत बढ़कर 14 लाख वर्ग फुट पर पहुंच गई। पुणे में यह बढ़कर 11 लाख वर्ग फुट रही।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)