देश की खबरें | केदारनाथ सीट के लिए कांग्रेस के मनोज रावत, भाजपा की आशा नौटियाल ने नामांकन भरा
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देहरादून, 28 अक्टूबर उत्तराखंड में केदारनाथ विधानसभा सीट पर 20 नवंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए सोमवार को सत्ताधारी भाजपा की ओर से आशा नौटियाल और मुख्य विपक्षी कांग्रेस की तरफ से मनोज रावत ने अपने-अपने नामांकन दाखिल किए ।
रुद्रप्रयाग जिले के उखीमठ में चुनाव अधिकारी के समक्ष नामांकन दाखिल करते समय नौटियाल के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ और पौड़ी के सांसद अनिल बलूनी मौजूद थे ।
कांग्रेस के प्रत्याशी मनोज रावत ने अपना नामांकन पत्र प्रदेश पार्टी अध्यक्ष करण माहरा, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल तथा अन्य नेताओं की उपस्थिति में दाखिल किया ।
उपचुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की मंगलवार को अंतिम तिथि है जबकि 30 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी एवं नाम वापस लेने की अंतिम तिथि चार नवंबर है।
केदारनाथ विधानसभा सीट के लिए 20 नवंबर को मतदान होगा और 23 नवंबर को मतगणना की जाएगी।
भाजपा विधायक शैलारानी रावत के निधन से केदारनाथ सीट रिक्त हुई है ।
नौटियाल और रावत की उम्मीदवारी की घोषणा रविवार को उनके दलों ने की थी । दोनों ही प्रत्याशी केदारनाथ विधानसभा का पूर्व में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं ।
वर्ष 2017 में केदारनाथ सीट से पहली बार विधायक बने 54 वर्षीय रावत को 2022 के विधानसभा चुनावों में तीसरे स्थान पर रहना पड़ा था। रावत ने पत्रकारिता के क्षेत्र से राजनीति में कदम रखा है।
नौटियाल दो बार-2002 और 2007 में केदारनाथ सीट से विधायक रह चुकी हैं जबकि 2012 में उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा था । पचपन वर्षीय नौटियाल फिलहाल भाजपा प्रदेश पार्टी महिला मोर्चा के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी निभा रही हैं ।
यह उपचुनाव कांग्रेस और भाजपा दोनों ही राजनीतिक दलों के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को प्रदेश की सभी पांचों सीट पर पटखनी देने के बाद प्रदेश में हुए दो विधानसभा उपचुनाव-बदरीनाथ और मंगलौर में भाजपा को कांग्रेस के हाथों हार का सामना करना पड़ा था जिसे देखते हुए पार्टी इस बार कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती।
नामांकन भरने के बाद नौटियाल ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में पिछले 10 सालों से केदारनाथ में चल रहे पुनर्निनिर्माण कार्यों की न सिर्फ केदारनाथ की जनता बल्कि देश विदेश से आने वाले श्रद्धालु भी गवाह हैं । लोगों को ‘डबल इंजन’ की सरकार के लाभ मिल रहे हैं । मुझे पूरा भरोसा है कि जनता का आशीर्वाद उन्हें एक बार फिर जरूर मिलेगा। ”
दूसरी तरफ, कांग्रेस पिछले विधानसभा उपचुनावों में मिली जीत के प्रदर्शन को जारी रखने के लिए एक बार फिर तैयार है । पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष गोदियाल ने दावा किया कि केदारनाथ की जनता राज्य सरकार से निराश है ।
उन्होंने कहा, “विधानसभा क्षेत्र की पूरी तरह से अनदेखी की गयी है । लोग निराश हैं । उनके लिए यह एक मौका है कि वह विधानसभा में एक मजबूत विधायक को भेजें जो उनके लिए संघर्ष कर सके ।”
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