देश की खबरें | कांग्रेस का दावा : सरकार ने विधानभवन घेराव के डर से पार्टी नेताओं को नजरबंद करा दिया

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. उत्तर प्रदेश कांग्रेस के बुधवार को विधान भवन के घेराव के प्रस्तावित कार्यक्रम से एक दिन पहले पार्टी के प्रमुख अजय राय ने मंगलवार को योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर कांग्रेस नेताओं तथा कार्यकर्ताओं को डराने और उन्हें रोकने के लिए पुलिस का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।

लखनऊ/अमेठी/संत कबीर नगर, 17 दिसंबर उत्तर प्रदेश कांग्रेस के बुधवार को विधान भवन के घेराव के प्रस्तावित कार्यक्रम से एक दिन पहले पार्टी के प्रमुख अजय राय ने मंगलवार को योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर कांग्रेस नेताओं तथा कार्यकर्ताओं को डराने और उन्हें रोकने के लिए पुलिस का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।

राय ने दावा किया कि कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन के डर से राज्य सरकार ने पार्टी के सदस्यों को प्रदर्शन में भाग लेने से रोकने के लिए कई जिलों में नजरबंद कर दिया है।

राय ने एक बयान में कहा “कांग्रेस के विधानसभा घेराव कार्यक्रम से घबराई योगी सरकार अलोकतांत्रिक तरीकों का सहारा ले रही है। पुलिस कार्रवाई के जरिए नेताओं और कार्यकर्ताओं को धमकाया और हिरासत में लिया जा रहा है। यह लोकतांत्रिक मूल्यों का शर्मनाक उल्लंघन और लोगों की आवाज पर हमला है।”

राय ने कहा कि कांग्रेस राज्य सरकार के "निरंकुश रवैये" और पुलिस दमन का कड़ा जवाब देगी।

उन्होंने आगाह किया कि अगर ऐसी ही कार्रवाई जारी रही तो राज्यव्यापी आंदोलन किया जाएगा।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, "यह सरकार लोकतांत्रिक सिद्धांतों को कुचल रही है, लेकिन कांग्रेस पीछे नहीं हटेगी। हमारे कार्यकर्ता बेरोजगारी, महंगाई और कुशासन जैसे मुद्दों पर सरकार से भिड़ने के लिए तैयार हैं।"

उन्होंने जोर देकर कहा कि कांग्रेस के सदस्य 'भाजपा सरकार के कुशासन' के खिलाफ आवाज उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

राय ने कहा, "सरकार भले ही बैरिकेड लगा दे या पुलिस बल का इस्तेमाल करे, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ता लड़ने के लिए तैयार हैं। हम सरकार का सामना करने और उसके अत्याचारी व्यवहार को उजागर करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"

राय ने कहा कि विधान भवन का घेराव ऐतिहासिक होगा। उन्होंने कहा, "हम भाजपा की दमनकारी नीतियों से नहीं डरेंगे। कल का विरोध प्रदर्शन योजना के अनुसार आगे बढ़ेगा और हम इस अहंकारी सरकार को घुटने टेकने के लिए दृढ़ हैं।"

इससे पहले, अमेठी और संत कबीर नगर में कांग्रेस नेताओं ने दावा किया कि उन्हें मंगलवार को 'घर में नजरबंद' कर दिया गया, जबकि पार्टी के एक पदाधिकारी ने आरोप लगाया कि प्रस्तावित घेराव योजना के कारण कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर पुलिस के जरिये कार्रवाई की गई।

अमेठी में कांग्रेस के जिला प्रमुख प्रदीप सिंघल ने दावा किया कि उन्हें और पार्टी के 100 से अधिक नेताओं और पदाधिकारियों को घर में नजरबंद कर दिया गया।

सिंघल ने 'पीटीआई-' से कहा, "जिले के सभी 17 ब्लॉक अध्यक्षों, पदाधिकारियों, फ्रंटल संगठन के नेताओं और समिति के सदस्यों को घर में नजरबंद कर दिया गया है।"

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