देश की खबरें | मोहाली में ढही इमारत के मलबे से एक और व्यक्ति का शव बरामद, बचाव अभियान समाप्त

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. पंजाब के मोहाली में तीन मंजिला इमारत ढहने की घटना के बाद मलबे से रविवार को 29 वर्षीय व्यक्ति का शव बरामद हुआ और इसके साथ ही हादसे में मरने वालों की संख्या दो हो गई है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

चंडीगढ़, 22 दिसंबर पंजाब के मोहाली में तीन मंजिला इमारत ढहने की घटना के बाद मलबे से रविवार को 29 वर्षीय व्यक्ति का शव बरामद हुआ और इसके साथ ही हादसे में मरने वालों की संख्या दो हो गई है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि 23 घंटे बाद बचाव अभियान रविवार शाम को समाप्त हो गया। अधिकारियों ने बताया कि घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं।

प्रारंभिक जांच के अनुसार, इमारत के बगल के भूखंड में हो रही अनधिकृत खुदाई के कारण यह हादसा हुआ।

मोहाली जिले के सोहाना गांव में शनिवार शाम बहुमंजिला इमारत ढह गई, जिसके मलबे में कम से कम पांच लोगों के फंसे होने की आशंका थी। फंसे लोगों का पता लगाने के लिए बचाव अभियान चलाया गया।

हिमाचल प्रदेश की 20 वर्षीय दृष्टि वर्मा को गंभीर हालत में मलबे से निकाला गया और अस्पताल ले जाया गया, जहां शनिवार रात को उसकी मौत हो गई, जबकि 29 वर्षीय अभिषेक धनवाल का शव रविवार को निकाला गया।

अधिकारियों ने बताया कि इमारत के दो मालिकों के अलावा खुदाई का काम कराने वाले ठेकेदार के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि जो भी जिम्मेदार पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

मोहाली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक पारीक ने रविवार को बताया कि इमारत के मालिकों - परविंदर सिंह और गगनदीप सिंह - पर शनिवार रात को भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 105 (गैर इरादतन हत्या) के तहत सोहाना पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया।

सोशल मीडिया पर इस घटना का एक वीडियो क्लिप वायरल हो रहा है, जिसमें इमारत ढहने से पहले एक तरफ झुकी हुई दिखाई दे रही है। इमारत में एक जिम और ‘पेइंग गेस्ट’ (पीजी) आवास भी था। इमारत में एक बेसमेंट भी था।

कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया कि इमारत के हिलने पर एक व्यक्ति ने सचेत किया था और इमारत के ढहने से पहले कुछ लोग सुरक्षित बाहर निकल आए थे। उन्होंने कहा कि जिम गए अभिषेक अपना मोबाइल फोन लेने के लिए वापस अंदर गए और फंस गए।

मोहाली के कार्यवाहक उपायुक्त विराज एस. तिड़के ने रविवार को बताया कि मोहाली की उप-विभागीय मजिस्ट्रेट दमनदीप कौर मामले की जांच करेंगी और उन्हें तीन सप्ताह के भीतर रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है।

उन्होंने कहा कि अभियान पूरा होने की घोषणा करने से पहले एनडीआरएफ द्वारा मलबे की अच्छी तरह से जांच की गई थी। अधिकारी ने कहा कि पूरे बचाव अभियान पर जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों द्वारा बारीकी से नजर रखी गई।

शुरुआत में यह आशंका जताई गई थी कि मलबे में कम से कम पांच लोग फंसे हुए हैं, जिसके बाद संभावित बचे लोगों को खोजने के लिए रात भर बचाव अभियान जारी रहा।

तिड़के ने कहा, ‘‘बचाव अभियान रात में भी जारी रहा। एनडीआरएफ की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने पूरे इलाके की जांच की है और मलबे के नीचे किसी और के फंसे होने की संभावना से इनकार किया है।’’

इससे पहले, अभिषेक के पिता ने मौके पर पत्रकारों को सुबह बताया था कि उनका बेटा लापता हो गया और उसका फोन भी नहीं लग रहा है। उन्होंने बताया था कि उनका बेटा इस इमारत में स्थित जिम में जाता था।

अभिषेक के पिता ने बताया कि वह पास के ही इलाके में रहता था और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्र में कार्य करता था।

राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), सेना, राज्य बचाव दल के कर्मी शनिवार शाम से ही राहत एवं बचाव अभियान में जुटे थे। घटनास्थल पर एंबुलेंस के साथ चिकित्सा दल भी तैनात किये गये थे।

मोहाली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक पारीक ने रविवार को घटनास्थल पर पत्रकारों को बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार, जो इमारत ढही उसके मालिक के पास उसके बगल में एक भूखंड था, जिस पर ‘बेसमेंट’ बनाने के लिए खुदाई का काम किया जा रहा था।

पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने इस घटना को लेकर मोहाली जिला प्रशासन की आलोचना की।

घटनास्थल का दौरा करने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बाजवा ने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें ज्ञात हुआ है कि नियमों का उल्लंघन करते हुए क्षेत्र में कुछ ढांचे बनाए गए हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘इस मामले में जवाबदेही तय की जानी चाहिए और व्यक्तिगत रूप से जिला प्रशासन के प्रमुख के तौर पर मैं उपायुक्त को जिम्मेदार मानता हूं।’’

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