लखनऊ, 12 जनवरी उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इस साल होने वाले सेना दिवस परेड में सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग दल का चयन कृत्रिम बुद्धिमत्ता का इस्तेमाल करके किया जाएगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी ।
सेना दिवस परेड कमांडर मेजर जनरल सलिल सेठ ने अपने कार्यालय में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग दल की पहचान करने के लिए पहली बार कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) का इस्तेमाल किया जा रहा है। जैसा कि आप जानते हैं सभी मार्चिंग दल अभ्यास करते हैं और अभ्यास सही ढंग से करते हैं।’’
उन्होंने बताया कि 'सभी मार्चिंग दल अभ्यास करते हैं और अभ्यास करने का एक सही तरीका है --- अपने हाथों को एक निश्चित स्तर तक उठाना, अपने पैरों को एक निश्चित स्तर तक ऊपर उठाना, एक निश्चित समय सीमा के भीतर हथियार के साथ अपनी गतिविधि करना। हम व्यक्तिगत गतिविधि को एक कैमरे से कैद कर रहे हैं और फिर एआई का उपयोग करने वाले कंप्यूटर सॉफ़्टवेयर प्रत्येक गतिविधि के लिए अंक देगा।
उन्होंने कहा, ‘‘इसकी निगरानी इंसानों द्वारा भी की जाएगी। हमने 2-3 अभ्यास किए हैं।’’
मध्य उप्र उप क्षेत्र लखनऊ के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर सेठ ने सेना दिवस के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा, "भारतीय सेना 15 जनवरी, 2024 को लखनऊ में अपना 76 वां सेना दिवस मना रही है। यह कार्यक्रम भारत सरकार की पहल के हिस्से के रूप में दूसरी बार राष्ट्रीय राजधानी से बाहर आयोजित किया जा रहा है।’’
गौरतलब है कि पारंपरिक रूप से वार्षिक सेना दिवस परेड दिल्ली में आयोजित होती रही है। लंबे समय से चली आ रही यह परंपरा पिछले साल जनवरी में बदली थी जब परेड का आयोजन बेंगलुरु में किया गया था।
मेजर सेठ ने बताया कि सेना दिवस परेड का आयोजन भारत के अलग-अलग शहरों में करने का फैसला लिया गया है। इसका उद्देश्य आयोजन स्थलों में विविधता लाना और विभिन्न क्षेत्रों को इस कार्यक्रम की भव्यता को देखने का मौका देना है।
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