अमेरिका ने कहा ताइवान को जल्द हथियार भेजना जरूरी
चीन ताइवान के नजदीक संयुक्त सैन्य अभ्यास करके अपनी ताकत की धौंस दिखा रहा है तो अमेरिका ने ताइवान को जल्दी हथियारों से लैस करने पर बल दिया है.
चीन ताइवान के नजदीक संयुक्त सैन्य अभ्यास करके अपनी ताकत की धौंस दिखा रहा है तो अमेरिका ने ताइवान को जल्दी हथियारों से लैस करने पर बल दिया है.अमेरिका में ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ जनरल मार्क मिली ने अपनी टोक्यो यात्रा के दौरान यह बात कही. ताइवान की रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने की जरूरत पर जोर देते हुए मिली ने कहा, "जिस गति से अमेरिका और उसके साथी देश ताइवान की ताकत को बढ़ाने में मदद कर रहे हैं, मेरे ख्याल से आने वाले सालों में उसमें तेजी लाने की जरूरत होगी. ताइवान की सैन्य ताकत बढ़ाना अहम है." अमेरिका, ताइवान को हथियार देने वाला सबसे प्रमुख देश है. चीन ताइवान पर अपना दावा करता है और अमेरिका की इस भूमिका पर लगातार आपत्ति जताता रहा है.
पांच साल तक ताइवान के साथ खड़ा रहेगा पैराग्वे
ताकत दिखाता चीन
इस हफ्ते चीन की सेना ने ताइवान के नजदीक समंदर में संयुक्त अभ्यास किया. पिछले तीन सालों से चीन लगातार इस तरह की गतिविधियां कर रहा हैं ताकि ताइवान और उसके साथ खड़े देशों चेतावनी दे सके.
मंगलवार से चीन ने दर्जनों लड़ाकू विमान और ड्रोन सहित दूसरे बम बरसाने वाले विमान भी ताइवान की सीमाओं के भीतर भेजे हैं. ताइवान के रक्षा मंत्रालय का कहना है कि इनमें से कुछ जहाजों ने बाशी चैनल को पार किया जो ताइवान को फिलीपींस से अलग करता है. ताइवान ने चीन की हरकतों को उत्पीड़न बताया है.
एसबी/ओएसजे (रॉयटर्स)