देश की खबरें | राष्ट्रीय राजधानी में हवा की धीमी गति के कारण वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में
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नयी दिल्ली, 25 नवंबर हवा की धीमी गति के कारण बुधवार को करीब 10 दिन बाद दिल्ली की वायु गुणवत्ता और खराब होकर ‘‘गंभीर’’ श्रेणी में आ गई।
दिल्ली के पीएम 2.5 प्रदूषकों में पराली जलाने की भागीदारी बुधवार को दो प्रतिशत रही।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मोबाइल ऐप ‘समीर’ के अनुसार, शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) बुधवार को सुबह 401 दर्ज किया गया तथा यह शाम को और खराब होकर 415 हो गया। यह मंगलवार को 388 था।
एक्यूआई सोमवार को 302, रविवार को 274, शनिवार को 251, शुक्रवार को 296 और बृहस्पतिवार को 283 रहा।
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राष्ट्रीय राजधानी में एक्यूआई 15 नवंबर को ‘‘गंभीर’’ श्रेणी में था, लेकिन इसके बाद इसमें सुधार आया और यह 22 नवंबर तक ‘खराब’ अथवा ‘मध्यम’’ की श्रेणी में रहा।
उल्लेखनीय है कि शून्य से 50 के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘अत्यंत खराब’ और 401 से 500 के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की निगरानी प्रणाली ‘सफर’ के अनुसार, मंगलवार को पराली जलाए जाने के मामले काफी कम (63) रहे और दिल्ली की हवा में पीएम2.5 प्रदूषकों में इसकी हिस्सेदारी बुधवार को दो प्रतिशत रही।
उसने बृहस्पतिवार तक हवा की गति बढ़ने और वायु संचार की स्थिति सुधरने का पूर्वानुमान जताया।
‘सफर’ ने कहा, ‘‘एक्यूआई के कल (बृहस्पतिवार) सुधरकर ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आने की संभावना है और यह 27 और 28 नवंबर को बहुत खराब श्रेणी में रहने की संभावना है।’’
शहर में बुधवार को अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान क्रमश: 24.4 और 10.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
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