देश की खबरें | किसान पंचायत में किए गए निर्णय को मानेंगे आंदोलनरत किसान : राकेश टिकैत

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. बुधवार की सुबह से पुलिस हिरासत में लिए गए भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) नेता राकेश टिकैत ने शाम को रिहा होने के बाद कहा कि पूरे प्रदेश में आंदोलन कर रहे किसान, गौतम बुद्ध नगर में किसान पंचायत में लिए गए निर्णय को पूरी तरह से मानेंगे।

अलीगढ़ (उप्र), चार दिसंबर बुधवार की सुबह से पुलिस हिरासत में लिए गए भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) नेता राकेश टिकैत ने शाम को रिहा होने के बाद कहा कि पूरे प्रदेश में आंदोलन कर रहे किसान, गौतम बुद्ध नगर में किसान पंचायत में लिए गए निर्णय को पूरी तरह से मानेंगे।

उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में 50 से अधिक पुलिस थानों पर हिरासत में लिए गए किसानों को अपने अपने स्थानों पर पंचायत करने की सलाह दी गई है। टिकैत ने कहा, ‘‘हम इन पंचायतों में किए गए सभी निर्णयों का सम्मान करेंगे।’’

टिकैत ने यह खुलासा भी किया कि किसान नेता विरोध प्रदर्शन के लिए अपने ट्रैक्टर से लखनऊ जाने की संभावना पर विचार कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘जिन मुद्दों का हम सामना कर रहे हैं, वे उत्तर प्रदेश सरकार से जुड़े हैं और वहीं से समाधान आना चाहिए।’’ किसान लंबे संघर्ष की तैयारी में हैं।

उल्लेखनीय है कि बुधवार शाम एक दर्जन से अधिक समर्थकों के साथ टिकैत को टप्पल थाने से रिहा कर दिया गया जिसके बाद उन्होंने पूरे प्रदेश में धरना करने का संदेश इन किसानों को दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं उनसे फिलहाल विरोध समाप्त करने और गौतमबुद्ध नगर में चल रही किसान पंचायत का निर्णय आने तक प्रतीक्षा करने को कहूंगा।’’

टिकैत ने कहा कि यद्यपि अब देरी हो गई है, वह पंचायत के नेताओं से अगले कदम पर चर्चा करने के लिए संपर्क करने का प्रयास करेंगे।

भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) नेता राकेश टिकैत को बुधवार को अलीगढ़ पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। वह किसान नेताओं की एक बैठक में भाग लेने के लिए गौतमबुद्ध नगर के ग्रेटर नोएडा जा रहे थे।

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि टिकैत ग्रेटर नोएडा जा रहे थे।

यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत और उनके साथी यमुना एक्सप्रेसवे पर आगे बढ़ रहे थे तभी उन्हें बस में बैठाकर टप्पल थाने ले जाया गया।

अलीगढ़ पुलिस के आधिकारिक प्रवक्ता ने पुष्टि की कि टिकैत को 'हिरासत' में लिया गया है। उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया।

इस बीच, टिकैत ने संवाददाताओं से कहा कि पुलिस किसानों को उनके घरों में नजरबंद करके उन्हें नोएडा जाने से रोक रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘आप हमें कब तक हिरासत में रखेंगे? अगर आप हमें बंद रखेंगे, तो आप किससे बात करेंगे?’’

टिकैत ने कहा कि अगर अधिकारियों का यही रवैया जारी रहा तो किसानों का आंदोलन और तेज कर दिया जाएगा।

भाकियू ने मंगलवार को अपने मुखिया नरेश टिकैत के नेतृत्व में मुजफ्फरनगर के सिसौली गांव में किसान भवन में एक आपात बैठक बुलाई थी और नोएडा और ग्रेटर नोएडा में आंदोलनकारी किसानों को समर्थन देने का संकल्प लिया था।

यूनियन की युवा शाखा के अध्यक्ष अनुज सिंह के अनुसार भाकियू ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों के अपने कार्यकर्ताओं और सदस्यों से बुधवार को ग्रेटर नोएडा में इकट्ठा होने का आह्वान किया था।

उन्होंने बताया कि ग्रेटर नोएडा के जीरो प्वाइंट पर कई गांवों के सैकड़ों प्रदर्शनकारी एकत्र हुए। ग्रामीण पिछले दिनों राज्य सरकार द्वारा अधिग्रहीत की गई अपनी जमीन के बदले मुआवजे और अन्य लाभ की मांग को लेकर प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने मंगलवार को आंदोलन के दौरान सौ से अधिक प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया था।

पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह ने कहा कि हिरासत में लिये गये लोगों में महिलाएं और बुजुर्ग लोग भी शामिल थे। उन्हें बाद में छोड़ दिया गया।

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