Mumbai: मुंबई में रामनवमी जुलूस के दौरान दो समूहों में झड़प मामले में 21 लोगों को हिरासत में लिया गया

मुंबई के मालवानी इलाके में रामनवमी के जुलूस के दौरान दो समूहों के बीच हुई झड़प के मामले में पुलिस ने करीब 300 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है और 21 लोगों को गिरफ्तार किया है. एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.

प्रतीकात्मक (Photo Credit: Pixabay)

मुंबई, 31 मार्च : मुंबई के मालवानी इलाके में रामनवमी के जुलूस के दौरान दो समूहों के बीच हुई झड़प के मामले में पुलिस ने करीब 300 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है और 21 लोगों को गिरफ्तार किया है. एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि झड़प बृहस्पतिवार रात मलाड (पश्चिम) उपनगर के मालवानी में उस समय हुई, जब राम नवमी का जुलूस निकाला जा रहा था और कुछ लोगों ने तेज आवाज में संगीत बजाने पर आपत्ति जताई. उन्होंने बताया कि घटना के समय जुलूस की निगरानी के लिए तैनात ड्रोन और इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से झड़प में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है और उनकी भूमिका के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.

अधिकारी ने बताया कि करीब 300 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है और पुलिस ने अबतक 21 लोगों को गिरफ्तार किया है. उन्होंने बताया कि और लोगों की गिरफ्तारी होने की संभावना है. उन्होंने बताया कि मामले में पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा-353 (सरकारी ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी को उसके काम से रोकने के लिए हमला या आपरधिक बल का इस्तेमाल), धारा-324 (खतरनाक हथियार से घायल करना या ऐसी मंशा रखना), धारा- 332 (किसी ऐसे व्यक्ति को नुकसान पहुंचाना जो सरकारी कर्मी के तौर पर अपने कर्तव्य निर्वहन कर रहा हो) , धारा-145 (अवैध तरीके से जमा हुई भीड़ में शामिल होना) और धारा- 143 (गैर कानूनी तरीके से जमा होना) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है. इससे पहले, पुलिस ने दंगे के आरोप में 20 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया था और कहा था कि उनको गिरफ्तार करने की प्रक्रिया जारी है. यह भी पढ़ें : दिग्विजय के ‘थैंक यू जर्मनी’ वाले ट्वीट के बाद रीजीजू का कांग्रेस पर ‘आपातकाल’ वाला बयान

उन्होंने बताया कि दो गुटों के बीच झड़प के दौरान पथराव किया गया, जिससे इलाके में दहशत फैल गई. अधिकारी के मुताबिक, हालात पर काबू पाने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाया गया और पुलिसकर्मियों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग किया. उन्होंने बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और कुछ स्थानीय राजनीतिक नेता मौके पर पहुंचे और लोगों से शांति की अपील की. घटना के बाद दक्षिणपंथी संगठन के समर्थक मालवानी पुलिस थाने के सामने जमा हो गए और कथित पत्थरबाजी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. अधिकारी ने बताया कि इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात कर स्थिति को नियंत्रित किया गया.

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