Ambedkar Jayanti Messages 2021: आंबेडकर जयंती पर ये HD Images, WhatsApp Stickers, GIF के जरिए भेजकर दें शुभकामनाएं
अंबेडकर जयंती हर साल 14 अप्रैल को मनाई जाती है. भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को मध्यप्रदेश के महू में हुआ था. डॉ. बी.आर अंबेडकर को भारतीय संविधान के पिता के रूप में जाना जाता है. वह हिंदू धर्म की सभी जातियों और महिलाओं के अधिकारों के बीच समानता के प्रबल समर्थक थे.
आंबेडकर जयंती (Ambedkar Jayanti) हर साल 14 अप्रैल को मनाई जाती है. भीमराव आंबेडकर (Bhimrao Ambedkar) का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को मध्यप्रदेश के महू में हुआ था. डॉ. बी.आर आंबेडकर को भारतीय संविधान के पिता के रूप में जाना जाता है. वह हिंदू धर्म की सभी जातियों और महिलाओं के अधिकारों के बीच समानता के प्रबल समर्थक थे. डॉ. बी आर आंबेडकर स्वतंत्र भारत के पहले कानून मंत्री थे. वे एक न्यायविद्, अर्थशास्त्री और समाज सुधारक थे. साल 2015 से आंबेडकर जयंती को राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है.
उन्होंने दलितों को देश के बाकी नागरिकों की तरह समान अधिकार दिलाने पर जोर दिया. पॉलिटिकल साइंस, कानून और अर्थशास्त्र की डिग्री लेने वाले बाबा साहेब दलित समाज के पहले व्यक्ति थे, जिन्होंने इस तरह की उच्च शिक्षा हासिल की. यद्यपि डॉ. बाबासाहेब का जन्म मध्य प्रदेश में हुआ था, लेकिन उनकी जयंती को महाराष्ट्र में धूम धाम से मनाया जाता है. क्योंकि उन्होंने महाराष्ट्र में रहकर समाज के उत्थान के लिए महान कार्य किए. एक दलित होने के कारण उन्होंने खुद अपने जीवन में बहुत अन्याय का सामना किया. उनकी शिक्षा यात्रा दूसरों की तुलना में आसान नहीं थी.
आजादी के बाद, दलितों को "अछूत" माना जाता था. उन्हें हर जगह भेदभाव का सामना करना पड़ता था. डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर आगे आए और उनके लिए लड़े और दलितों को उनके समान अधिकार को स्वतंत्रता मिली. आंबेडकर जयंती पर महाराष्ट्र में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. लेकिन कोरोना महामारी के कारण इस साल कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जाएंगे. ऐसे में आप नीचे दिए विशेज और मैसेजेस भेजकर आंबेडकर जयंती की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- आज का दिन है बड़ा महान,
बनकर सूरज चमका इक इंसान,
कर गए सबके भले का ऐसा काम,
बना गए हमारे देश का संविधान,
आंबेडकर जयंती की शुभकामनाएं
2- नींद अपनी खोकर जगाया हमको,
आंसू अपने गिराकर हंसाया हमको,
कभी मत भूलना उस महान इंसान को,
जमाना कहता है बाबासाहेब आंबेडकर जिनको,
आंबेडकर जयंती की शुभकामनाएं
3- फूलों की कहानी बहारों ने लिखी,
रातों की कहानी सितारों ने लिखी,
हम नहीं हैं किसी के गुलाम क्योंकि,
हमारी जिंदगी बाबासाहेब जी ने लिखी.
आंबेडकर जयंती की शुभकामनाएं
4- नजारों में नजारा देखा,
पर ऐसा नजारा नहीं देखा,
आसमान में जब भी देखा,
मेरे भीम जैसा सितारा नहीं देखा.
आंबेडकर जयंती की शुभकामनाएं
5- कर गुजर गए जो वो भीम थे,
दुनिया को जगाने वाले भीम थे,
हमने तो सिर्फ इतिहास पढ़ा है यारों,
इतिहास को बनाने वाले मेरे भीम थे.
आंबेडकर जयंती की शुभकामनाएं
बाबा साहेब ने भारतीय कानून और शिक्षा में बहुत योगदान दिया. उन्होंने एक राजनीतिक दल का गठन किया, जिसका नाम इंडीपेंडेंट लेबर पार्टी (Independent Labour Party) था. भारत की स्वतंत्रता के बाद बाबा साहब पहले कानून मंत्री और भारतीय संविधान समिति के अध्यक्ष थे, जिन्होंने भारत का संविधान बनाया. डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने अपना पूरा जीवन दलितों के उद्धार के लिए लगा दिया.