UP Assembly Election 2022: विधानसभा चुनाव परिणामों से पहले, कू ने गलत सूचनाओं को प्रतिबंधित करने के लिए एडवाइजरी जारी की

पांच राज्यों में चुनाव नतीजों से पहले माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म कू ने यूजर्स को सोशल मीडिया का जिम्मेदारी से इस्तेमाल करने और गलत सूचनाओं और फर्जी खबरों पर अंकुश लगाने के लिए जागरूक करने के लिए एक एडवाइजरी जारी की है.

माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म कू (Photo : Credit Twitter)

बेंगलुरू, 5 मार्च : पांच राज्यों में चुनाव नतीजों से पहले माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म कू ने यूजर्स को सोशल मीडिया का जिम्मेदारी से इस्तेमाल करने और गलत सूचनाओं और फर्जी खबरों पर अंकुश लगाने के लिए जागरूक करने के लिए एक एडवाइजरी जारी की है. एडवाइजरी के हिस्से के रूप में, कू ने उन सभी 10 भाषाओं में अपने सामुदायिक दिशानिर्देश भी जारी किए हैं, जो प्लेटफॉर्म पर काम कर रही हैं. ये दिशानिर्देश भारतीय संदर्भ से जुड़े हुए हैं और क्रिएटर्स के साथ ही पहली बार सोशल मीडिया इस्तेमाल करने वाले यूजर्स को ज्यादा बेहतर कंटेट के लिए सशक्त बनाते हैं. यह गाइडलाइंस यह भी बताते हैं कि जिम्मेदार ऑनलाइन आचरण क्या होता है.

देश के चार राज्यों में विधानसभा चुनाव परिणामों से पहले सोशल मीडिया पर आम तौर पर गलत सूचनाओं में बढ़ोतरी देखने को मिलती है, इसलिए कू ऐप ने यूजर्स को सूचना को प्रमाणित करने के मकसद से प्रमुख थर्ड पार्टी फैक्ट-चेकर्स तक पहुंच भी प्रदान की है. सोशल मीडिया मध्यवर्ती होने के नाते जब तक कि कानून द्वारा जरूरी न हो, कू ऐप स्वयं ना तो इन सूचनाओं के पुख्ता होने का आकलन करता है और ना ही कंटेंट में हस्तक्षेप करता है और इस प्रकार फैक्ट-चेकर्स तक पहुंच को सक्षम बनाकर ऑनलाइन सुरक्षा और पारदर्शिता के निर्माण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराता है.

चूंकि नकली समाचार अक्सर बॉट्स या स्पैम खातों द्वारा फैलाए जाते हैं, कू - एक विश्वसनीय मंच होने के नाते - गलत सूचनाओं को सीमित करने के लिए ऐसे खातों की गतिविधियों पर लगातार निगरानी रखता है और प्रतिबंधित करता है. कू के सीईओ और सह-संस्थापक अप्रमेय राधाकृष्ण ने कहा, "1 दिसंबर, 2021 से 28 फरवरी, 2022 तक, हमने 4,720 से अधिक हैंडल देखे, जिन्होंने खुद को समाचार चैनल या पत्रकार या किसी भी तरह से समाचार से संबंधित होने के रूप में पहचाना, जिनमें से 834 हैंडल स्पैम या अनुचित सामग्री के कारण प्रतिबंधित किए गए हैं. हम उनके व्यवहार की निगरानी करना जारी रखेंगे." यह भी पढ़ें : UP Assembly Election 2022: यूपी में लोग मौजूदा सरकार को सत्ता में बनाए रखने के लिए लड़ रहे- प्रधानमंत्री मोदी

"मूल भाषाओं में आत्म-अभिव्यक्ति के लिए एक सोशल प्लेफॉर्म के रूप में हम क्रिएटर्स का स्वागत करते हैं और यूजर्स को रचनात्मकता और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए ऑनलाइन अधिक समग्र ²ष्टिकोण अपनाने के लिए सशक्त बनाते हैं. महत्वपूर्ण घटनाओं से पहले गलत सूचना चिंता का एक प्रमुख विषय है. इस एडवाइडरी के जरिये कू ऐप एक जिम्मेदार मंच के रूप में फर्जी खबरों और द्वेष के प्रसार को रोकने में मदद कर सकता है और अधिक ऑनलाइन सुरक्षा और पारदर्शिता को बढ़ावा दे सकता है."

ये एडवाइजरी यूजर्स, विशेष रूप से पहली बार सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स को सकारात्मक और सम्मानजनक तरीके से तकनीक का फायदा उठाने के लिए प्रोत्साहित करेगी ताकि ज्यादा सार्थक ऑनलाइन संवाद का निर्माण किया जा सके. कू यूजर्स को एक सुरक्षित और व्यापक अनुभव प्रदान करने के लिए लगातार सबसे बेहतरीन तरीकों की पहचान करने का प्रयास करता है. 10 मार्च को उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में वोटों की गिनती होगी.

Share Now

\