केंद्रीय मंत्री ने बंगाल में मध्याह्न भोजन में 'गड़बड़ी' की सीबीआई जांच की सिफारिश की
केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष सरकार ने शनिवार को कहा कि उन्होंने पश्चिम बंगाल में सरकारी स्कूलों में मिड डे मील स्कीम के कार्यान्वयन में कथित अनियमितताओं की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच की सिफारिश की है.
कोलकाता, 25 नवंबर : केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष सरकार ने शनिवार को कहा कि उन्होंने पश्चिम बंगाल में सरकारी स्कूलों में मिड डे मील स्कीम के कार्यान्वयन में कथित अनियमितताओं की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच की सिफारिश की है. उनकी यह घोषणा पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी के योजना कार्यान्वयन में बड़े पैमाने पर हुई कथित गड़बड़ी का आरोप लगाने के ठीक एक दिन बाद आई है.
सुभाष सरकार ने दावा किया है कि केंद्रीय अनुसंधान टीमों द्वारा जांच के बाद कार्यक्रम के कार्यान्वयन में कई अनियमितताओं की पहचान की गई है. उन्होंने कहा, "इसलिए हमारे पास मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश करने के अलावा कोई और चारा नहीं है." हालांकि, राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु ने इस मामले में सभी आरोपों का खंडन किया और केंद्रीय जांच टीम द्वारा अपनी रिपोर्ट सौंपने के तरीके पर भी सवाल उठाया. उनके अनुसार, केंद्रीय अनुसंधान टीम ने इस संबंध में अपनी रिपोर्ट अविश्वसनीय रूप से जल्दबाजी में प्रस्तुत की और वह भी टीम में राज्य सरकार के प्रतिनिधि के हस्ताक्षर के बिना. यह भी पढ़े: रिश्वत मामले में CBI महुआ मोइत्रा से करेगी पूछताछ, भड़की TMC सांसद बोलीं ‘आईए मेरे जूते गिनने के लिए आपका स्वागत’
बसु ने सुवेंदु अधिकारी के इस आरोप को भी चुनौती दी कि योजना में 100 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा, "वास्तव में, राज्य सरकार ने इस योजना में 18.80 करोड़ रुपये बचाए. वैसे भी, हम मामले में किसी भी तरह की जांच का स्वागत करते हैं." अप्रैल में केंद्रीय जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट सौंपी थी, जिसमें 100 करोड़ रुपये के नुकसान का दावा किया गया था। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि राज्य में मध्याह्न भोजन योजना के तहत निर्धारित मात्रा से बहुत कम भोजन उपलब्ध कराया गया था.