शिवसेना नहीं चाहती नारायण राणे की पार्टी महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष का बीजेपी में विलय
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने जा रहे हैं. बीजेपी में शामिल होने को लेकर शिवसेना ने नारायण राणे का विरोध किया है
मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे (Narayan Rane) भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल होने जा रहे हैं. बीजेपी में शामिल होने को लेकर शिवसेना (Shivsena) ने नारायण राणे का विरोध किया है. शिवसेना चाहती है कि राणे बीजेपी में शामिल न हों. दरअसल बीजेपी में शामिल होने को लेकर इसकी अधिकारिक रूप से घोषणा राणे ने खुद की है. उन्होंने गुरुवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि वह एक सितंबर को सत्तारूढ़ बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं. वे भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व गृहमंत्री अमित शाह के मौजूदगी में सोलापुर में आयोजित के रैली के दौरान शामिल होंगे. इस दौरान ही वे अपनी पार्टी महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष (Maharashtra Swabhiman Paksha) का बीजेपी में विलय भी करेंगे.
नारायण राणे को बीजेपी में शामिल होने को लेकर शिवसेना नेता और राज्य सरकार में मंत्री दीपक केसरकर ने विरोध किया है. उन्होंने राणे की तुलना दूध और नमक से करते हुए कहा है कि नारायण राणे का बीजेपी में शामिल होना दूध में नमक मिलाने जैसा होगा. उन्हें नहीं लगता है कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस इस तरफ का कोई फैसला लेंगे. यह भी पढ़े: महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से पहले सियासी पारा चढ़ा, एनसीपी के पूर्व विधायक संदीप नाईक, चित्रा वाघ और शिवेंद्र राजे भोसले बीजेपी में शामिल
बता दें कि महाराष्ट्र के तेज तर्रार नेताओं में नारायण राणे ने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत शिवसेना से की थी. शिवसेना ने उन्हें राज्य का सीएम बनने का मौका दी थी. लेकिन बीच के दिनों में शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के साथ मनमुटाव होने के बाद शिवसेना छोड़ कांग्रेस में भी शामिल हो गए थे. वहां भी पार्टी के नेताओं से नहीं जमने और कांग्रेस के गिरते जनाधार के बाद उन्होंने खुद की पार्टी महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष बनाया. इस बीच बीजेपी और नारायण राणे के बीच नजदीकियां बढ़ने पर बीजेपी ने उन्हें अपनी पार्टी से राज्यसभा में भी भेजा.