कोरोना वायरस से पूरी दुनिया इस वक्त लड़ाई लड़ रही है. इन्हीं देशों में भारत का नाम भी शुमार है. भारत में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकने के लिए भारत सरकार हर मुमकिन कोशिश कर रही है. लेकिन केंद्र सरकार के किए प्रयास से विपक्ष नाखुश है. मोदी सरकार पर कांग्रेस ने तंज कसा है. कांग्रेस ने ट्वीट कर के कहा है, दक्षिण एशिया के देशों का नेतृत्व करने वाला भारत आज कोरोना से निपटने में अपने ही पड़ोसी देशों से क्यों पिछड़ रहा है? इसके प्रमुख कारण सरकार में सजगता का अभाव और दिशाहीन नेतृत्व है. बता दें कि कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या को लेकर लगातर कांग्रेस केंद्र सरकार पर तंज कस रही है. इससे पहले कोविड -19 के खिलाफ लड़ाई को लेकर प्रधानमंत्री के साथ टेलीफोन पर बातचीत करने के बाद, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर सरकार के 'खर्च' पर रोक लगाने के लिए पांच उपाय सुझाए थे.
सोनिया गांधी ने इसके साथ ही इस पैसे को घातक वायरस से लड़ने में उपयोग करने को कहा था. वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने संयुक्त राज्य अमेरिका को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन निर्यात किए जाने को लेकर नाराजगी जताई थी. उन्होंने कहा था कि पहले देश के भीतर जीवन रक्षक दवाइयां उपलब्ध होनी चाहिए. इसके अलावा कांग्रेस ने लॉकडाउन के बाद अलग-अलग राज्यों में फंसे मजदूरों को लेकर भी सरकार को घेरा है और उन्हें उचित व्यवस्था कर के घर पहुंचाने की मांग कर चुके हैं.
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दक्षिण एशिया के देशों का नेतृत्व करने वाला भारत आज कोरोना से निपटने में अपने ही पड़ोसी देशों से क्यों पिछड़ रहा है?
इसके प्रमुख कारण सरकार में सजगता का अभाव और दिशाहीन नेतृत्व है। pic.twitter.com/gpz5CGYeSV
— Congress (@INCIndia) April 11, 2020
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गौरतलब हो कि अगर देश के भीतर कोरोना वायरस के प्रकोप पर नजर डालें तो संक्रमण के चलते 239 लोगों की मौत हो गई है, जबकि कुल संक्रमित व्यक्तियों की संख्या बढ़कर 7447 तक पहुंच गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक कोविड-19 संक्रमण से कुल 6,565 लोग संक्रमित हैं, जबकि महामारी के चलते अब तक कुल 239 व्यक्तियों की मौत हो गई है. एक मरीज के पलायन सहित उपचार के बाद 642 लोग पूर्ण रूप से स्वस्थ हो गए हैं, जिन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है.