राहुल के निमंत्रण पर पहुंचे 18 में से केवल 10 दलों के नेता, अखिलेश-पवार नदारद
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने विपक्षी एकजुटता की पृष्ठभूमि को और मजबूत बनाने के लिए बुधवार को राजधानी दिल्ली के ताज पैलेस होटल में इफ्तार पार्टी का आयोजन किया. इस पार्टी में कांग्रेस ने 18 राजनीतिक दलों को न्योता दिया था.
नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने विपक्षी एकजुटता की पृष्ठभूमि को और मजबूत बनाने के लिए बुधवार को राजधानी दिल्ली के ताज पैलेस होटल में इफ्तार पार्टी का आयोजन किया. इस पार्टी में कांग्रेस ने 18 राजनीतिक दलों को न्योता दिया था. लेकिन, सिर्फ 10 दलों के नेताओं ने ही शिरकत की. हालांकि कई धार्मिक और सियासत क्षेत्र से जुड़े धुरंधर जरुर पहुंचे थे.
आरजेडी और जेडीयू ने भी बुधवार को बिहार की राजधानी पटना में इफ्तार पार्टी का आयोजन किया. जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, कांग्रेस के प्रेमचंद मिश्रा समेत महागठबंधन के कई बड़े नेता पहुंचे लेकिन इस बीच बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने पहुंचकर बिहार की सियासत को और गरमा दिया.
गौरतलब है कि कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 2015 में इसी तरह इफ्तार का आयोजन किया था. वैसे तो रमजान के पाक महीने के अंत के रोजो में इफ्तार पार्टी हमेशा नेताओं के लिए राजनीतिक जमीन बनाने का जरिया रहा है. वहीं मुबंई बीजेपी की तरफ से इफ्तार का आयोजन होने वाला है. जिसके मुख्य अतिथि खुद राज्य के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस होंगे.
राहुल गांधी की दावत में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रतिभा पाटिल और पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी भी शामिल हुए. जनता दल (यूनाइटेड) के बागी नेता शरद यादव, तृणमूल कांग्रेस के दिनेश त्रिवेदी कार्यक्रम में उपस्थित रहे. डीएमके की सांसद कनिमोझी भी इफ्तार पार्टी में पहुंची. वहीं माकपा महासचिव सीताराम येचुरी भी राहुल की इफ्तार पार्टी में पहुंचे. जनता दल (सेकुलर) के दानिश अली और बहुजन समाज पार्टी के सतीश चंद्र मिश्रा ने शिरकत की.
जबकि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के डीपी त्रिपाठी, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से मनोज झा और झारखंड मुक्ति मोर्चा से हेमंत सोरेन मौजूद रहे. कांग्रेस की तरफ से पी चिदंबरम और एके एंटनी भी मौजूद रहे.
वहीं राहुल कि इफ्तारी में तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी और आरजेडी के तेजस्वी यादव और एनसीपी के शरद पवार नहीं पहुंचे. जबकि उत्तर प्रदेश में साथ लड़नेवाले सपा का कोई भी नेता राहुल की इफ्तार पार्टी में नहीं पहुंचा. बताया जा रहा है कि राहुल ने इस पार्टी में दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को नहीं बुलाया गया.