‘जनता महंगाई से त्रस्त, मोदी सरकार टैक्स वसूली में मस्त’ राहुल गांधी का केंद्र पर तीखा हमला

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर अर्थव्यवस्था को लेकर रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि ट्वीट किया “मोदी जी ने ‘GDP’ यानी गैस-डीज़ल-पेट्रोल के दामों में ज़बरदस्त विकास कर दिखाया है! जनता महँगाई से त्रस्त, मोदी सरकार टैक्स वसूली में मस्त.“ हालांकि कांग्रेस नेता इस बयान पर बीजेपी ने अब तक पलटवार नहीं किया है.

पीएम मोदी और राहुल गांधी (Photo Credits: PTI)

नई दिल्ली: कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एक बार फिर अर्थव्यवस्था (Economy) को लेकर रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) की अगुवाई वाली सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि ट्वीट किया “मोदी जी ने ‘GDP’ यानी गैस-डीज़ल-पेट्रोल के दामों में ज़बरदस्त विकास कर दिखाया है! जनता महँगाई से त्रस्त, मोदी सरकार टैक्स वसूली में मस्त.“ हालांकि कांग्रेस नेता इस बयान पर बीजेपी ने अब तक पलटवार नहीं किया है. New Farm Laws: राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर साधा निशाना, कहा- कृषि कानून किसानों के लिए नोटबंदी की तरह

केरल के वायनाड से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गैस, डीजल और पेट्रोल के बढ़ते दामों को लेकर मोदी सरकार को घेरने की कोशिश की है. उन्होंने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार के शासन में देश अर्थव्यवस्था को छोड़कर इधन के दामों में तेजी से इजाफा हो रहा है. जबकि केंद्र सरकार महंगाई से परेशान जनता को राहत दिलाने की बजाय टैक्स वसूलने में जुटी हुई है.

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि केंद्र में उनकी पार्टी की सरकार बनने पर माल एवं सेवा कर (जीएसटी) को फिर से नया स्वरूप दिया जाएगा. उन्होंने दावा किया कि देश इस वक्त रोजगार देने असमर्थ है और अर्थव्यवस्था तबाह हो गई है. तमिलनाडु के तिरुपुर में राहुल गांधी ने कहा था कि कांग्रेस और यूपीए (UPA) बहुत स्पष्ट है कि अगर हम सरकार में आए तो हम जीएसटी (GST) में बदलाव करेंगे. उन्होंने लघु एवं मझोले उद्योगों के प्रतिनिधियों से कहा कि हम आपको ऐसा जीएसटी देंगे जिसमें सिर्फ एक टैक्स होगा और वो कम से कम होगा.

राहुल गांधी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि अगर केंद्र में कांग्रेस की सरकार आती है तो जीएसटी की व्यवस्था को नया स्वरूप दिया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘‘जीएसटी की मौजूदा व्यवस्था नहीं चल सकती. इससे एमएसएमई पर बड़ा भार पड़ेगा और हमारा आर्थिक तंत्र ध्वस्त हो जाएगा.’’ (एजेंसी इनपुट के साथ)

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