Assembly Elections 2023: टिकट नहीं मिलने से नाराज भाजपा नेताओं का फूटा गुस्सा, कई शहरों में विरोध प्रदर्शन

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से जारी उम्मीदवारों की दूसरी सूची में अपना नाम नहीं शामिल किये जाने से नाराज पार्टी के स्थानीय नेताओं और उनके समर्थकों ने रविवार को जयपुर, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, राजसमंद, कोटा सहित अन्य जिलों में विरोध प्रदर्शन किया.

जयपुर, 22 अक्टूबर: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से जारी उम्मीदवारों की दूसरी सूची में अपना नाम नहीं शामिल किये जाने से नाराज पार्टी के स्थानीय नेताओं और उनके समर्थकों ने रविवार को जयपुर, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, राजसमंद, कोटा सहित अन्य जिलों में विरोध प्रदर्शन किया.

पार्टी ने जयपुर के सांगानेर से विधायक अशोक लाहोटी का टिकट काट दिया. दूसरी सूची में भाजपा ने उनके स्थान पर भजनलाल शर्मा को टिकट दिया है. इससे खफा लाहोटी के समर्थकों ने रविवार को भाजपा कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और इस दौरान टायर भी जलाए. समर्थकों ने कहा कि क्षेत्र में किसी भी हाल में ‘बाहरी व्यक्ति’ को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. Kharge Letter To PM Modi: खड़गे ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, कहा- राजनीतिकरण के लिए हो रहा सेना का इस्तेमाल, प्रचार कर रही केंद्रिय ऐजेंसिया

चित्तौड़गढ़ से विधायक चंद्रभान सिंह आक्या का टिकट काटे जाने से नाराज़ भाजपा कार्यकर्ताओं ने रविवार सुबह चित्तौड़गढ़ शहर के मानपुरा चौराहे पर प्रदर्शन किया तथा पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष का पुतला फूंका.

पार्टी ने पांच बार के विधायक एवं भैरों सिंह शेखावत के दामाद नरपत सिंह राजवी को पहली सूची में उनकी मौजूदा सीट विद्याधर नगर सीट से टिकट नहीं दिया था. राजवी द्वारा नाराजगी जताए जाने व पारिवारिक विरासत के हवाले से पार्टी पर निशाना साधने के बाद पार्टी ने शनिवार को उन्हें चित्तौड़गढ़ से टिकट देने की घोषणा की जिसे 'डैमेज कंट्रोल' की कवायद के रूप में देखा जा रहा है. हालांकि, चित्तौड़गढ़ सीट से लगातार दो बार जीत दर्ज करने वाले आक्या के समर्थक खुलकर विरोध पर उतर आए हैं.

आक्या ने मीडिया से बातचीत में आरोप लगाया कि चित्तौड़गढ़ से सांसद व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी की उनसे पुरानी रंजीश हैं, इसलिए उनका टिकट काटा गया है. आक्या ने कहा कि क्षेत्र की जनता उनके साथ है और वह आगे के कदम के बारे में कार्यकर्ताओं के साथ चर्चा कर फैसला करेंगे.

नाराज कार्यकर्ताओं ने पार्टी प्रदेश अध्यक्ष व चित्तौड़गढ़ सांसद के खिलाफ जमकर नारेबाजी की तथा प्रदेश अध्यक्ष का पुतला दहन किया. राजसमंद के स्थानीय टिकट दावेदार भाजपा नेताओं ने अपने समर्थकों के साथ जिला भाजपा कार्यालय में तोड़फोड़ की. इस बीच, उदयपुर शहर से टिकट के दावेदार उपमहापौर पारस सिंघवी ने भी टिकट न दिए जाने का विरोध किया.

उन्होंने पूर्व विधायक और वर्तमान में असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया पर उदयपुर की राजनीति में दखल देने का आरोप लगाया. सिंघवी ने ताराचंद जैन को टिकट देने के पार्टी के फैसले का विरोध किया और चेतावनी दी कि अगर पार्टी ने अपना फैसला नहीं बदला तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.

राजसमंद में भाजपा के तीन स्थानीय दावेदार दिनेश बडाला, गणेश पालीवाल, महेंद्र कोठारी आज सुबह समर्थकों के साथ भाजपा कार्यालय पहुंचे और नारेबाजी तथा तोड़फोड़ की. उन्होंने कार्यालय में रखी गयी चुनाव सामग्री को गेट पर ले जाकर जला दिया. पार्टी ने राजसमंद सीट से दीप्ति माहेश्वरी को टिकट दिया है.

राजसमंद में समर्थकों द्वारा पार्टी कार्यालय में कुर्सियां उठाकर फेंकने का एक वीडियो वायरल हुआ है. हालांकि राजसमंद के पुलिस उपाधीक्षक पार्थ शर्मा ने बताया कि तोड़फोड़ के संबंध में अभी कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है. लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया गया है.

पार्टी की शनिवार को जारी दूसरी सूची में कोटा दक्षिण से संदीप शर्मा को टिकट दिया गया है. इसके बाद भाजपा के ही स्थानीय नेता विकास शर्मा के समर्थकों ने तलवंडी चौराहे पर प्रदर्शन कर नारेबाजी की. इसी तरह अलवर शहर में भाजपा से संजय शर्मा को टिकट मिलने के बाद लोगों ने होप सर्कस पर विरोध जताया और संजय शर्मा के खिलाफ नारेबाजी की.

पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने आज यहां संवाददाताओं से कहा, "निर्णय सामूहिक रूप से लिये जाते हैं, न कि किसी व्यक्ति द्वारा. मैं कह सकता हूं कि जिस तरह के उम्मीदवारों की सूची सामने आई है, उससे लोगों में उत्साह है और भाजपा पर विश्वास है."

यह पूछे जाने पर कि क्या नाराजगी दूर होगी, जोशी ने कहा कि सभी लोग मिलकर काम करेंगे, क्योंकि वे परिवार का हिस्सा हैं. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा, “सभी फैसले सामूहिक रूप से लिये जाते हैं. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने किसी से पुरानी दुश्मनी नहीं निकाली है.”

राठौड़ ने कहा, "यह आलाकमान का फैसला है. विधायक (चंद्रभान सिंह) से बात करने और उन्हें समझाने की कोशिश की गई है. वह मान जाएंगे."

भाजपा ने विधानसभा चुनाव के लिए 83 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी शनिवार को जारी की.

राजस्थान में कुल 200 विधानसभा सीट हैं और भाजपा ने अब तक 124 सीट पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं. पार्टी ने पहली सूची में 41 नामों की घोषणा की थी. पहली सूची के बाद, पार्टी के टिकट से वंचित कई भाजपा नेताओं ने अपनी नाराजगी व्यक्त की थी. राज्य की सभी सीट पर 25 नवंबर को मतदान होगा, जबकि मतगणना तीन दिसंबर को होगी.

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