नई दिल्ली: न्यूज ब्रॉडकास्टिंग एंड डिजिटल स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी (NBDSA) ने टाइम्स नाऊ नवभारत पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. ये जुर्माना हिमांशु दीक्षित द्वारा होस्ट किए गए एक कार्यक्रम को लेकर लगाया गया है, जिसमें कथित रूप से मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाया गया था और "लव जिहाद" के झूठे दावे के तहत सभी अंतर-धार्मिक संबंधों को सामान्यीकृत किया गया था. NBDSA ने चैनल को इस वीडियो को हटाने का भी आदेश दिया है.
NBDSA ने अपने आदेश में कहा है कि ये कार्यक्रम "पक्षपातपूर्ण, तटस्थ, निष्पक्ष और शालीनता" के सिद्धांतों का उल्लंघन करता है. प्राधिकरण ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि उन्हें बहस के विषय से कोई समस्या नहीं है, बल्कि बहस के कथानक से दिक्कत है.
News Broadcasting and Digital Standards Authority imposes a fine of Rs 1 lakh on @TNNavbharat since a show hosted by @himanshdxt was found to have targeted the Muslim community & generalised inter-faith relationships as "love jihad".
NBDSA asks the channel to remove the video. pic.twitter.com/DGyhptcRvh
— Live Law (@LiveLawIndia) February 29, 2024
यह पहली बार नहीं है जब किसी न्यूज़ चैनल पर इस तरह का जुर्माना लगाया गया है. NBDSA पहले भी चैनलों को उनके कार्यक्रमों में सांप्रदायिक विद्वेष फैलाने और किसी विशेष समुदाय को निशाना बनाने के लिए दंडित कर चुका है.
इस घटना से एक बार फिर मीडिया की जवाबदेही और स्व-नियमन पर सवाल खड़े हो गए हैं. यह भी बहस का विषय है कि क्या NBDSA द्वारा लगाया गया जुर्माना पर्याप्त है या नहीं. कुछ का मानना है कि जुर्माना की राशि को बढ़ाया जाना चाहिए ताकि मीडिया संगठनों को भविष्य में इस तरह की गलतियों से बचाया जा सके.