मुंबई के धारावी में COVID-19 के 13 नए मरीज आए सामने, संक्रमितों की संख्या पहुंची 288- अब तक 14 की मौत
एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी मुंबई के धारावी में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. ताजा आंकड़ो के मुताबिक धारावी में समोवार को 14 नए मामले सामने आए. इसी के साथ कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 288 हो गई. इसमें 14 लोगों की मौत हो चुकी है. कोरोना वायरस के बढ़ते मरीजों की संख्या में सबसे आगे महाराष्ट्र है. इसके साथ मुंबई में भी मरीजों की संख्या भी अधिक है. कोरोना के कारण मुंबई पुलिस (Mumbai Police) के तीन कॉन्स्टेबल की मौत हो गई है. धारावी एक सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती है. अगर कोरोना वायरस के बढ़ते मरीजों की संख्या कम नहीं हुई तो आने वाला समय राज्य सरकार के लिए मुश्किलों भरा हो सकता है. कोरोना के कारण मुंबई पुलिस (Mumbai Police) के तीन कॉन्स्टेबल की मौत हो गई है.
एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी मुंबई के धारावी में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. ताजा आंकड़ो के मुताबिक धारावी में समोवार को 13 नए मामले सामने आए. इसी के साथ कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 288 हो गई. इसमें 14 लोगों की मौत हो चुकी है. कोरोना वायरस के बढ़ते मरीजों की संख्या में सबसे आगे महाराष्ट्र है. इसके साथ मुंबई में भी मरीजों की संख्या भी अधिक है. कोरोना के कारण मुंबई पुलिस (Mumbai Police) के तीन कॉन्स्टेबल की मौत हो गई है. धारावी एक सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती है. अगर कोरोना वायरस के बढ़ते मरीजों की संख्या कम नहीं हुई तो आने वाला समय राज्य सरकार के लिए मुश्किलों भरा हो सकता है. कोरोना के कारण मुंबई पुलिस (Mumbai Police) के तीन कॉन्स्टेबल की मौत हो गई है.
बता दें कि महाराष्ट्र में 8068 केस सामने आए हैं. वहीं मुंबई में संक्रमित मरीजों की संख्या 6343 लोग संक्रमित हैं. कोरोना वायरस के कारण राज्य में लॉकडाउन के नियमों का सख्ती से पालन किया जा रहा है. लेकिन मरीजों को संख्या बढ़ती जा रही है. बीएमसी ने आदेश जारी कर लोगों के लिए मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया है. कोरोना वायरस के कारण कई डॉक्टर भी संक्रमित हैं, जिनका अस्पताल में इलाज किया जा रहा है.
ANI का ट्वीट:-
ज्ञात हो कि महाराष्ट्र सरकार ने राज्य के चिकित्सा शिक्षा विभाग के तहत आने वाले मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में कोरोना वायरस की जांच और उपचार निशुल्क कराने का निर्णय लिया है, प्रदेश के मंत्री अमित देशमुख ने इसकी जानकारी दी और कहा कि लोगों को यह सोचकर इसके इलाज नहीं बचना चाहिये कि यह महंगा है. लोगों को इस डर से लक्षणों को नहीं छिपाना चाहिये या यह सोचकर जांच से नहीं बचना चाहिये कि इसका इलाज महंगा है.