महाराष्ट्र के औरंगाबाद में ब्रश करते समय शख्स गलती से निगला टूथब्रश, डॉक्टरों ने सर्जरी कर बचाई जान

एक 33 वर्षीय मजदूर ने दांतों की सफाई करते समय गलती से टूथब्रश ही निगल लिया. इसके बाद डॉक्टरों ने फौरन ऑपरेशन कर उसकी जान बचाई. बुधवार को एक डॉक्टर ने यह जानकारी दी.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

औरंगाबाद (महाराष्ट्र), 30 दिसंबर: एक 33 वर्षीय मजदूर ने दांतों की सफाई करते समय गलती से टूथब्रश ही निगल लिया. इसके बाद डॉक्टरों ने फौरन ऑपरेशन कर उसकी जान बचाई. बुधवार को एक डॉक्टर ने यह जानकारी दी. राजेश जाधव (Rajesh Jadhav) को 26 दिसंबर को सुबह 11 बजे के करीब 'गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल' (जीएमसीएच) में पेट दर्द की शिकायत के बाद भर्ती कराया गया. सर्जरी करने वाली टीम की अगुवाई करने वाले डॉ. जुनैद एम. शेख ने कहा कि यह जानने के बाद कि उसने टूथब्रश निगल लिया है, ब्रश उसके पेट में किस जगह है, यह पता लगाने के लिए पहले सीटी स्कैन किया गया.

डॉ. शेख (Dr. Sheikh) ने आईएएनएस को बताया, "अगर ब्रश को उसके शरीर के अंदर रहने दिया जाता तो पेट और आंत को नुकसान पहुंच सकता था और जिंदगी को भी खतरा हो सकता था, इसलिए हमने फौरन उसका ऑपरेशन करने का फैसला लिया." जीएमसीएच के डीन डॉ. कन्नन येलिकर (Kannan Yelikar), मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. सुरेश हरबडे (Dr. Suresh Harbade), जनरल सर्जरी प्रमुख डॉ. सरोजिनी जाधव (Dr. Sarojini Jadhav) से कंसल्ट करने के बाद डॉ. शेख ने ऑपरेशन के लिए एक टीम बनाई.यह भी पढ़े: रेमो डिसूजा की पत्नी ने डॉक्टरों और सलमान खान को धन्यवाद दिया.

डॉ. शेख ने कहा, "हमने मरीज के एबडॉमिनल कैविटी पर एक मिनी-लैपरेटोमी किया और लगभग 90 मिनट के बाद, टूथब्रश को निकाल लिया. हमने किसी भी संक्रमण को रोकने के लिए अंदरूनी सफाई की." टीम में डॉ. अविनाश घाटगे (Dr. Avinash Ghatge), डॉ. उमर खान (Dr. Umar Khan), डॉ. संदीप चव्हाण (Dr. Sandeep Khan), डॉ. सुकन्या विंचुरकर (Dr. Vinchunkar), डॉ. गौरव भावसार (Dr. Gaurav Bhaavsar), डॉ. अनिकेत राखुडे (Aniket Raakhude, डॉ. विशाखा वाल्के(Dr. Vishakha Waalke), और हेड नर्स संतोषी सोंगाती (Santoshi Songata) भी शामिल थे.

मरीज को बाद में वार्ड में ले जाया गया, जहां उसकी पत्नी और भाई ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि जाधव ने टूथब्रश को कैसे निगल लिया. डॉ. शेख ने कहा कि मरीज की हालत अब स्थिर है. उसे 5-6 दिनों के बाद डिस्चार्ज कर दिया जाएगा, जब हम टांके हटा देंगे, और यह भी निर्भर करेगा कि वह कितनी जल्दी ठीक होता है. यह जीएमसीएच में की गई दूसरी अनोखी, लेकिन महत्वपूर्ण सर्जरी थी. लगभग 15 साल पहले, एक मरीज का ऑपरेशन तब किया गया था, जब उसने एक स्टील का चम्मच निगल लिया था.

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