मुम्बई, 25 फरवरी : बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के आगामी चुनाव से पहले आयकर विभाग ने शिवसेना के पार्षद और उनकी विधायक पत्नी के ठिकानों पर शुक्रवार को छापा मारा. मेयर किशोरी पेडनेकर ने आईटी के इस कार्रवाई की निंदा की है. आयकर विभाग की टीम ने निगम पार्षद यशवंत जाधव और उनकी पत्नी यामिनी जाधव के मझगांव वाले घर पर छापा मारा. आयकर विभाग की टीम ने बाइकुला में जाधव दंपती के कारोबारी सहयोगियों के ठिकानों पर भी छापा मारा है.
जाधव बीएमसी की स्थायी समिति का अध्यक्ष है. यही समिति नगर निगम के बजट को तैयार करती है और कई कार्यो के लिये व्यय को आवंटित करती है. जाधव पर आरोप लगाया है कि उसने नगर निगम के ठेकेदारों से 15 करोड़ रुपये से अधिक की रिश्वत ली और उन्हें बड़े ठेके दिये. उसने बाद में उसने इस पैसे को कारोबारी सहयोगियों के माध्यम से भारत और संयुक्त अरब अमीरात की शेल कंपनियों में हस्तांतरित कर दिया. ये कंपनियां कथित रूप से उसके परिजनों और रिश्तेदारों के नाम पर हैं. मेयर पेडनेकर जाधव दंपती से मिलने गये लेकिन उन्हें पुलिस ने दरवाजे पर ही रोक दिया और पार्टी कार्यकर्ताओं से शांत रहने की अपील की.
मेयर ने पत्रकारों को कहा, केंद्रीय एजेंसियां का इस्तेमाल हमें परेशान करने के लिये किया जा रहा है. हम उनसे भयभीत नहीं हैं. ऐसा इसलिये किया जा रहा क्योंकि शिवसेना ने बीएमसी में अच्छा काम किया है. उन्होंने कहा कि महा विकास अघाड़ी के कई नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है लेकिन वे उनके सामने झुकेंगे नहीं. अदालत ने उन्हें बरी किया है और अब दोबारा उन्हें राजनीति में लाया जा रहा है. आम आदमी पार्टी के कार्यवाहक अध्यक्ष रुबेन मैसकेरेनहैस ने जाधव को देश के सबसे भ्रष्ट राजनीतिज्ञों में से एक कहा जबकि भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता आशीष शेलर ने कहा कि जल्द ही भ्रष्टाचार के और मामले सामने आयेंगे. आप नेता रुबेन ने कहा कि आयकर विभाग को भाजपा, शिवसेना, राकांपा के नेताओं को भी अपनी जद में लाना चाहिये. आयकर विभाग का छापा भाजपा के पूर्व सांसद डॉ किरिट सोमैय्या द्वारा जनवरी में की गयी शिकायत का नतीजा है. सोमैय्या ने आरोप लगाया था कि जाधव दंपती ने कई शेल कंपनियों के जरिये करीब 30 करोड़ रुपये का हवाला लेनदेन किया है और ये दोनों मनी लॉंड्रिंग में शामिल हैं. यह भी पढ़ें : Jammu and Kashmir: जम्मू-कश्मीर में 6 लापता लोगों का पता लगाया गया
सोमैय्या ने कहा था कि आयकर विभाग और ईडी को उनके खिलाफ जरूरी कार्रवाई शुरू कर देनी चाहिये और उन्हें चुनाव आयोग के फैसले का इंतजार नहीं करना चाहिये. नामांकन दाखिल करते समय यामिनी जाधव ने कथित रूप से अपनी पूरी संपत्ति का ब्योरा नहीं दिया है और इस आधार पर चुनाव आयोग द्वारा यामिनी को अयोग्य घोषित करने के संबंध में कार्रवाई किये जाने की रिपोर्ट है. आयकर विभाग ने दो दिन पहले ही महाविकास अघाड़ी के नेता नवाब मलिक को मनी लॉड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया था. मलिक का कथित रूप से माफिया से भी संबंध है. मलिक तीन मार्च तक ईडी की हिरासत में है. मलिक की गिरफ्तारी के खिलाफ राज्य भर में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का प्रदर्शन शुक्रवार को भी जारी है.