POK को लेकर पाक को इशारा: IMD ने अपने वेदर फोरकास्ट लिस्ट में गिलगित-बाल्टिस्तान का नाम जोड़ा, मुजफ्फराबाद के मौसम की भी भविष्यवाणी
भारतीय मौसम विभाग (India Meteorological Department) ने अब जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद के मौसम की निगरानी शुरू कर दी है. गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद पाक अधिकृत कश्मीर (POK) का हिस्सा है. वहीं अब मौसम विभाग ने इन इलाकों के मौसम और जलवायु परिवतर्न की जानकारी देनी शुरू कर दी है. नई दिल्ली स्थित मौसम विभाग ने मंगलवार को जो डेली डेली फोरकास्ट जारी किया था उसमें उत्तर पश्चिमी भारत के नामों गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद शामिल थे. भारत और पाकिस्तान दोनों देश के बीच गिलगित-बाल्टिस्तान को लेकर विवाद चल रहा है. जाहिर है भारत के इस पहल से एक बार फिर पाकिस्तान के माथे पर शिकन जरुर आ जाएगा.
भारतीय मौसम विभाग (India Meteorological Department) ने अब जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद के मौसम की निगरानी शुरू कर दी है. गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद पाक अधिकृत कश्मीर (POK) में है. वहीं अब मौसम विभाग ने इन इलाकों के मौसम और जलवायु परिवतर्न की जानकारी देनी शुरू कर दी है. नई दिल्ली स्थित मौसम विभाग ने मंगलवार को जो डेली फोरकास्ट जारी किया था उसमें उत्तर पश्चिमी भारत के नामों गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद शामिल थे. भारत और पाकिस्तान दोनों देश के बीच गिलगित-बाल्टिस्तान को लेकर विवाद चल रहा है. जाहिर है भारत के इस पहल से एक बार फिर पाकिस्तान के माथे पर शिकन जरुर आ जाएगा.
बता दें कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के दो दिन बाद ही भारत सरकार ने आधिकारिक मानचित्र जारी किया था, जिसमें मुजफ्फराबाद और गिलगित-बाल्टिस्तान भारत के नक्शे में दिखाया था. जिसके बाद पाकिस्तान बौखला उठा था. पाकिस्तान ने उसके बाद कहा था कि यह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन है.
बता दें कि भारत-पाकिस्तान के बीच रिश्तों में आई कड़वाहट का अहसास पूरी दुनिया को है. पाकिस्तान कई बार घड़ियाली आंसू बहाकर अंतराष्ट्रीय मंच पर भारत को बदनाम करने की नापाक कोशिश करता आया है. लेकिन उसे हर बार मुंह की खानी पड़ी है. भारत की सरकार अब आतंकवाद को लेकर सख्त हो गई है और यही कारण है पाकिस्तान का असली चेहरा दुनिया के सामने लाने की कवायद में लगी हुई है.
पाकिस्तान ने कई बार दोस्ती की बात कर के भारत की पीठ में छुरा घोंपा है. फिर चाहे वो 26/11 का मुंबई में हुआ आतंकी हमला हो या फिर उरी और पुलवामा में सेना के काफिले पर हुआ आतंकी हमला. आज पाकिस्तान की हालत ऐसी है कि कंगाली और बदहाली के कगार पर है लेकिन उसके बाद भी आतंकवाद को पाल-परोसकर भारत के खिलाफ भेजने से बाज नहीं आता है.