यूपी की गोला गोकर्णनाथ सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा को जीत मिली है। हालांकि पहले भी यह सीट भाजपा के ही कब्जे में थी, लेकिन पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष बने भूपेंद्र चौधरी और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह के लिए यह पहली जीत है. इस तरह दोनों प्रमुख पदाधिकारी प्रदेश की पहली चुनावी परीक्षा में पास हो गए. यह भी पढ़ें: दिल्ली की वायु गुणवत्ता 'बेहद खराब', स्कूलों को फिर से खोलने पर फैसला आज
गोला सीट भाजपा विधायक अरविंद गिरी के दिवंगत होने से खाली हुई थी. भाजपा ने यहां से उनके बेटे अमन गिरी को अपना उम्मीदवार बनाया था, जबकि सपा ने विनय तिवारी को प्रत्याशी बनाया था. इस सीट पर कांग्रेस और बसपा दोनों ने अपने उम्मीदवार नहीं उतारे थे. ऐसे में यह उपचुनाव भाजपा बनाम सपा था. भाजपा संगठन ने चुनाव जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक दी थी. संगठन महामंत्री धर्मपाल ने खुद सीट पर निगरानी रखी. वह लगातार बूथ लेवल तक के कार्यकर्ताओ से फीडबैक लेते रहे। भाजपा के एक कार्यकर्ता ने बताया कि गोला उपचुनाव को गंभीरता से लेते हुए भाजपा संगठन ने काफी मजबूत तैयारी की थी. भाजपा संगठन ने पार्टी के कई कद्दावर नेताओं को जमीन पर उतारा था.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर संगठन के तमाम नेताओं ने यहां पहुंचकर लोगों से संपर्क साधा और सरकार की उपलब्धियां बताई. मुख्यमंत्री योगी के अलावा दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद और ब्रजेश पाठक ने भी सभाएं की. सरकार की नीतियों के साथ विपक्षियों की कमजोरियों को लोगों के सामने आक्रामक ढंग से रखा. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य ने कई बार इस क्षेत्र का दौरा किया. वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और धर्मपाल सिंह समेत संगठन के कई बड़े नेता कई दिनों तक यहीं पर डेरा जमाए रहे.
वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक पीएन द्विवेदी कहते हैं कि भाजपा सरकार बनने के बाद यह तीसरा उपचुनाव है, जिसमें पार्टी ने जीत हासिल की है. भाजपा सरकार व संगठन के बीच अच्छे समन्वय के चलते पार्टी को यह बड़ी जीत मिली है. उपचुनाव में कांग्रेस व बसपा ने अपने उम्मीदवार न उतारकर भाजपा की मुश्किलें जरूर बढ़ाई थीं. सपा की ओर से एक बार फिर चुनाव मैदान में उतरे विनय तिवारी इस बार भाजपा को पटखनी देने की उम्मीद जता रहे थे. माना जा रहा था कि उनके हिस्से मुस्लिम वोट बैंक एक तरफा होगा, लेकिन भाजपा संगठन की कुशल रणनीति की वजह से सपा की कोई रणनीति काम नहीं आई.
उन्होंने कहा कि इस उपचुनाव में महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह का राजनीतिक कौशल देखने को मिला है. उन्होंने उपचुनाव में बूथ स्तर तक प्रबंधन की लगातार निगरानी की. पन्ना प्रमुखों को सक्रिय करके निचले स्तर तक तैयारियों की नींव रखी गई. मंडल स्तर पर बड़ी बैठकों के साथ ही शक्ति केंद्र व बूथ स्तर तक प्रदेश अध्यक्ष और महामंत्री संगठन समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं ने प्रवास कर जीत की राह आसान की. कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव में 40 स्टार प्रचारक उतारे तो समाजवादी पार्टी ने बेहद शांत तरीके से जनसंपर्क अभियान चलाया.
भाजपा के महामंत्री संगठन धर्मपाल ने कहा कि गोला गोकर्णनाथ उप चुनाव में मिली विजय हमारे कार्यकतार्ओं के परिश्रम का परिणाम है.
हम जनता-जनार्दन एवं देवतुल्य कार्यकतार्ओं के बहुत आभारी हैं। विजय प्राप्ति पर अमन गिरी को बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं.
ज्ञात हो की यूपी में लोकसभा उपचुनाव के बाद अब लखीमपुर खीरी की गोलागोकर्णनाथ विधानसभा सीट पर उपचुनाव में न सिर्फ जीत का दबदबा कायम रखा है, बल्कि मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी की चुनौतियां भी और बढ़ा दी हैं. इस सीट पर पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को 29,294 मतों से जीत मिली थी, जो उपचुनाव में बढ़कर 34,298 मतों की जीत के रूप में सामने आई है। सपा के प्रत्याशी को पांच हजार से अधिक वोटों का जो झटका लगा है