COVID-19: देशभर में कम हो रही है संक्रमण की रफ्तार, R-Value 1 से नीचे- लेकिन मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई में अभी भी टेंशन
भारत में कोरोना मामलों को लेकर राहत की खबर है. देश में कोरोना संक्रमण का ग्राफ में गिरावट जारी है. देश में कोरोना वायरस संक्रमण के फैलने की रफ्तार लगातार कम हो रही है. संक्रमण की रफ्तार को दर्शाने वाला 'आर-वैल्यू' (R-value) सितंबर के मध्य तक घटकर 0.92 रह गया जो अगस्त के अंत में एक से ऊपर चला गया था.
नई दिल्ली: भारत में कोरोना (COVID-19) के मामलों को लेकर राहत की खबर है. देश में कोरोना संक्रमण के ग्राफ में गिरावट जारी है. देश में कोरोना वायरस संक्रमण के फैलने की रफ्तार लगातार कम हो रही है. संक्रमण की रफ्तार को दर्शाने वाली 'आर-वैल्यू' (R-value) सितंबर के मध्य तक घटकर 0.92 रह गया जो अगस्त के अंत में एक से ऊपर चला गया था. COVID-19: महाराष्ट्र में कोरोना की तीसरी लहर की दस्तक? जानें क्या बोले स्वास्थ्य मंत्री.
शोधकर्ताओं के अनुसार, भारत में COVID-19 के लिए आर-वैल्यू अगस्त के अंत में 1.17 से गिरकर सितंबर के मध्य में 0.92 हो गई है. इससे पता चलता है कि देश भर में संक्रमण का प्रसार धीमा हो गया है. हालांकि, कुछ बड़े शहरों, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु में आर-वैल्यू अभी भी 1 से अधिक है.
दिल्ली और पुणे की आर-वैल्यू भी 1 से नीचे है. राहत की बात यह है कि महाराष्ट्र और केरल में भी आर-वैल्यू 1 से नीचे हैं. कुछ प्रमुख शहरों में ही आर-वैल्यू भी 1 से अधिक है.
क्या है 'आर-वैल्यू'
'आर-वैल्यू' यानी रिप्रोडक्शन नम्बर एक मानक है जिससे पता चलता है कि कोरोना वायरस संक्रमण कितनी तेजी से फैल रहा है. R-वैल्यू के कम होने का सीधा संबंध कोरोना के खतरे के कम होने से है. अगर 'आर-वैल्यू' कम बना रहता है तो इसका मतबल ये है कि COVID-19 का कहर धीरे-धीरे कम हो रहा है.
आंकड़ों के अनुसार मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु जैसे प्रमुख शहरों में 'आर-वैल्यू' एक से अधिक है. रिप्रोडक्शन नम्बर यह दर्शाता है कि एक संक्रमित व्यक्ति औसतन कितने लोगों को संक्रमित करता है. दूसरे शब्दों में, यह बताता है कि एक वायरस कितनी तेजी से फैल रहा है.
आंकड़ों के मुताबिक, मुंबई की आर-वैल्यू 1.09, चेन्नई की 1.11, कोलकाता की 1.04, बेंगलुरु की 1.06 है. जब COVID-19 संक्रमण की दूसरी लहर अपने चरम पर थी, तब देश में कुल आर-वैल्यू 9 मार्च से 21 अप्रैल के बीच 1.37 होने का अनुमान था.
केरल से आ रहे हैं सबसे अधिक केस
देश भर में कोरोना संक्रमण के दैनिक मामलों में कमी देखी जा रही है. राज्यों में रोजाना सामने आने वाले कोविड के मामलों में गिरावट दर्ज की गई है. हालांकि, केरल (Kerala) में कोरोना संक्रमण अभी भी भयावह बना हुआ हैं. राज्य में संक्रमण के मामलों में गिरावट जरूर हुई है लेकिन यह अभी भी अधिक है.
केरल के बाद महाराष्ट्र (Maharashtra) संक्रमण के सबसे ज्यादा आंकड़ों में दूसरे स्थान पर है. ये दो राज्य शीर्ष पर हैं, जहां से सबसे ज्यादा मामले रिकॉर्ड हो रहे हैं. अन्य शीर्ष राज्यों में तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक शामिल हैं.