भारत बंद के दौरान बिहार में 2 साल के मासूम की गवानी पड़ी जान, बीजेपी ने पूछा- कौन जिम्मेदार?
बीजेपी ने इस मामले को लेकर बंद समर्थक दलों से सवाल किया है. बिहार के मंत्री नंदकिशोर यादव ने कहा कि बंद तो जनता के सवालों को लेकर किया गया था और जब बंद से किसी मासूम की जान चली जाए तो इसका जवाब बंद करने वाली पार्टियों को देनी चाहिए
पटना. कांग्रेस सहित कई अन्य विपक्षी दलों द्वारा ईंधन की मूल्य वृद्घि के खिलाफ लेकर सोमवार को बुलाए गए एक दिवसीय भारत बंद के दौरान बिहार के जहानाबाद जिले में एक वाहन के प्रदर्शन दौरान जाम में फंसने से उसमें सवार एक मासूम की मौत हो गई. पुलिस के अनुसार, गया जिले के वालाविगहा गांव निवासी प्रमोद मांझी की दो वर्षीय पुत्री गौरी कुमारी की सोमवार को इलाज के अभाव में जहानाबाद में मौत हो गई.
मांझी ने कहा कि उनकी बेटी पिछले दो दिनों से डायरिया से पीड़ित थी और वह उसे चिकित्सक से दिखाने के लिए जहानाबाद लेकर आ रहे थे परंतु बंद के कारण उन्हें गांव से काफी दूर तक कोई वाहन नहीं मिला. उन्होंने बताया कि गया के बेलागंज से एक ऑटो पर सवार होकर वे जहानाबाद सदर अस्पताल जा रहे थे, तब रास्ते में अटोरिक्शा भीषण सड़क जाम में फंस गया. बंद समर्थक किसी वाहन को आगे नहीं बढ़ने दे रहे थे और इसी दौरान बच्ची की मौत हो गई.
उन्होंने कहा कि अगर आज बंद नहीं होता तो वह समय से अस्पताल पहुंच जाते और अपनी बेटी का इलाज करा पाते. जहानाबाद के अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) पारितोष कुमार ने इस मामले पर सीधा कोई जवाब नहीं दिया. उन्होंने हालांकि इतना जरूर कहा कि बच्ची को समय से इलाज नहीं मिला. पीड़ित बच्ची के परिजन इलाज के लिए घर से ही देर से चले थे.
बीजेपी ने इस मामले को लेकर बंद समर्थक दलों से सवाल किया है. बिहार के मंत्री नंदकिशोर यादव ने कहा कि बंद तो जनता के सवालों को लेकर किया गया था और जब बंद से किसी मासूम की जान चली जाए तो इसका जवाब बंद करने वाली पार्टियों को देनी चाहिए. उन्होंने कहा कि बंद के दौरान सड़कों पर उत्पात मचाया गया है, लोग परेशान होते रहे.