नामीबिया से लाए गए आठ चीतों को लेकर दो हेलीकॉप्टर कुनो नेशनल पार्क के पास पालपुर पहुंचे
आठ चीतों को लेकर भारतीय वायु सेना के दो हेलीकॉप्टर शनिवार सुबह मध्य प्रदेश में कुनो राष्ट्रीय उद्यान के निकट पालपुर पहुंच गए. भारत में चीतों को विलुप्त घोषित किए जाने के सात दशक बाद इस प्रजाति को देश में फिर से बसाने की परियोजना के तहत नामीबिया से आठ चीतों को लेकर विशेष मालवाहक विमान शनिवार सुबह ग्वालियर के हवाई अड्डे पर उतरा था.
श्योपुर, 17 सितंबर : आठ चीतों को लेकर भारतीय वायु सेना के दो हेलीकॉप्टर शनिवार सुबह मध्य प्रदेश में कुनो राष्ट्रीय उद्यान के निकट पालपुर पहुंच गए. भारत में चीतों को विलुप्त घोषित किए जाने के सात दशक बाद इस प्रजाति को देश में फिर से बसाने की परियोजना के तहत नामीबिया से आठ चीतों को लेकर विशेष मालवाहक विमान शनिवार सुबह ग्वालियर के हवाई अड्डे पर उतरा था. इसके बाद इन्हें 20 से 25 मिनट की यात्रा के बाद 165 किलोमीटर दूर हेलीकॉप्टर से पालपुर लाया गया है. मालवाहक बोइंग विमान ने शुक्रवार रात को नामीबिया से उड़ान भरी थी और लगभग 10 घंटे की लगातार यात्रा के दौरान चीतों को लकड़ी के बने विशेष पिंजरों में पहले ग्वालियर फिर यहां लाया गया.
कुनो राष्ट्रीय उद्यान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने जन्मदिन के अवसर पर सुबह 10 बजकर 45 मिनट पर इनमें से तीन चीतों को इनके लिए बनाए गए विशेष बाड़ों में छोडेंगे. एक अधिकारी ने कहा कि यात्रा के दौरान चीते बिना भोजन के रहे और उन्हें बाड़े में छोड़े जाने के बाद खाने के लिए कुछ दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि उद्यान में एक मंच स्थापित किया गया है जिस पर चीतों के विशेष पिंजरों को रखा जाएगा और मोदी लीवर चलाकर उनमें से तीन चीतों को एक बाड़े में छोड़ देंगे. अधिकारी ने बताया कि उसके बाद, कुछ गणमान्य व्यक्ति शेष चीतों को अन्य बाड़ों में छोड़ेंगे. इन चीतों को ‘टेरा एविया’ की एक विशेष उड़ान में लाया गया है जो यूरोप में चिसीनाउ, मोल्दोवा में स्थित एक एयरलाइन है. यह भी पढ़ें : PM Modi launches Project Cheetah Live Streaming: 74 साल का इंतजार खत्म, PM मोदी कूनो नेशनल पार्क में छोड़ेंगे चीता, यहां देखिए लाइव
उन्होंने बताया कि यह चार्टर्ड यात्री और मालवाहक उड़ानें संचालित करती है. कुनो राष्ट्रीय उद्यान विंध्याचल पहाड़ियों के उत्तरी किनारे पर स्थित है और 344 वर्ग किलोमीटर इलाके में फैला हुआ है. अधिकारियों ने भारी बारिश, खराब मौसम और कुछ सड़कें अवरुद्ध होने के बावजूद कुनो में चीतों को अपने नए बसेरे में छोड़ने के मोदी के कार्यक्रम की तैयारियां पूरी की. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम से दो दिन पहले मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल इलाके में भारी बारिश हुई है.