विदेश की खबरें | दकोरिया के राष्ट्रपति ने समर्थकों को जारी किया संदेश, देशविरोधी ताकतों के खिलाफ अंत तक लड़ने का प्रण

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on world at LatestLY हिन्दी. येओल ने यह बयान ऐसे वक्त जारी किया है जब कानून प्रवर्तन अधिकारी उन्हें हिरासत में लेने की तैयारी में है।

श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

येओल ने यह बयान ऐसे वक्त जारी किया है जब कानून प्रवर्तन अधिकारी उन्हें हिरासत में लेने की तैयारी में है।

दरअसल येओल ने एक अप्रत्याशित कदम उठाते हुए तीन दिसंबर को देश में ‘मार्शल लॉ’ लगा दिया था, हालांकि यह ज्यादा देर प्रभावी नहीं रहा लेकिन इसके बाद देश में येओल के खिलाफ माहौल बन गया और सांसद उनके खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही प्रारंभ करने की मांग करने लगे। उसके बाद येओल महाभियोग का सामना कर रहे हैं।

उच्च पदस्थ अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों की जांच करने वाले कार्यालय ने एक बयान में बताया कि ‘सियोल वेस्टर्न डिस्ट्रिक्ट कोर्ट’ ने इस महीने की शुरुआत में लागू किए गए अल्पकालिक मार्शल लॉ संबंधी मामले में यून सुक येओल को हिरासत में लेने और राष्ट्रपति कार्यालय की तलाशी लेने के लिए वारंट जारी किया था।

यह वारंट तब जारी किया गया जब यून पूछताछ के लिए हाजिर नहीं हुए और न ही उन्होंने अपने कार्यालय की तलाशी होने दी।

भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसी के मुख्य अभियोजक ओ डोंग-वून ने संकेत दिया है कि अगर यून की सुरक्षा सेवा हिरासत के प्रयास का विरोध करती है तो पुलिस बल तैनात किया जा सकता है।

बुधवार शाम अपने आवास के बाहर एकत्र सैकड़ों समर्थकों को दिए संदेश में यून ने कहा कि वह ‘‘संप्रभुता का उल्लंघन करने वाली और देश को खतरे में डालने वाली ताकतों के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे।’’

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