देश की खबरें | कारखाने में विस्फोट की घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर सात हुई, मालिका को जमानत मिली
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. महाराष्ट्र में नागपुर शहर के निकट विस्फोटक पदार्थ बनाने वाले एक कारखाने में बृहस्पतिवार को हुए विस्फोट में घायल एक और श्रमिक के दम तोड़ देने के साथ ही इस घटना में जान गंवाने वाले मजदूरों की संख्या शुक्रवार को बढ़कर सात हो गयी जबकि कारखाना मालिक और उसके प्रबंधक को गिरफ्तारी के बाद शीघ्र ही जमानत मिल गयी। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
नागपुर, 14 जून महाराष्ट्र में नागपुर शहर के निकट विस्फोटक पदार्थ बनाने वाले एक कारखाने में बृहस्पतिवार को हुए विस्फोट में घायल एक और श्रमिक के दम तोड़ देने के साथ ही इस घटना में जान गंवाने वाले मजदूरों की संख्या शुक्रवार को बढ़कर सात हो गयी जबकि कारखाना मालिक और उसके प्रबंधक को गिरफ्तारी के बाद शीघ्र ही जमानत मिल गयी। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
‘चामुंडी एक्सप्लोसिव प्राइवेट लिमिटेड’ नामक कारखाने में बृहस्पतिवार दोपहर को विस्फोट होने से पांच महिलाओं और एक पुरुष की मौत हो गयी थी। एक अन्य पुरुष श्रमिक की शुक्रवार को यहां एक अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गयी। एक चिकित्सक ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने कहा कि ‘चामुंडी एक्सप्लोसिव प्राइवेट लिमिटेड’ के निदेशक जय शिवशंकर खेमका (49) और कारखाने के प्रबंधक सागर देशमुख को गिरफ्तार कर उन्हें आज यहां एक अदालत में पेश किया गया।
हिंगना के न्यायिक मजिस्ट्रेट (प्रथम श्रेणी) ने उन्हें 50-50 हजार रुपये के मुचलके पर जमानत दे दी।
यह कारखाना नागपुर शहर से लगभग 25 किलोमीटर दूर हिंगना थाना क्षेत्र के धमना गांव में है।
यहां डांडे अस्पताल के डॉ पिनाक डांडे ने बताया कि 90 प्रतिशत झुलस चुके दंसा माहरासकोल्हे (22) की शुक्रवार शाम को मौत हो गयी।
पुलिस के मुताबिक जान गंवाने वाले अधिकतर श्रमिक विस्फोट के समय अधिकतर कारखाने की पैकेजिंग इकाई में काम कर रहे थे।
पुलिस ने कहा कि कारखाने के निदेशक और प्रबंधक के खिलाफ बृहस्पतिवार रात में भादंसं की विभिन्न संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।
उसके अनुसार बाद में नागपुर के रामनगर निवासी खेमका और देशमुख को गिरफ्तार किया गया था।
इस बीच, केंद्रीय मंत्री और नागपुर के सांसद नितिन गडकरी अधिकारियों के साथ विस्फोट स्थल पर गये।
गडकरी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ फैक्टरी प्रबंधन ने जान गंवाने वालों के परिवारों को 25-25 लाख रुपये देने का वादा किया है जबकि राज्य सरकार 10-10 लाख रुपये देगी।’’
महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेत्तिवार भी घटनास्थल पर गये। उन्होंने मांग की कि जान गंवाने वालों के परिवारों को 35 लाख रुपये का मुआवजा तथा 20,000 रुपये की मासिक पेंशन दी जाए।
जान गंवाने वाले श्रमिकों-- प्रांजली किसना मोदरे (22), प्राची श्रीकांत फाल्के (19), वैशाली आनंद क्षीरसागर (20), मोनाली शंकर एलोन (25), पन्नालाल बांडेवार (60), और शीतल आशीष चटाप (30) के शव दिन में उनके रिश्तेदारों को सौंप दिये गये।
अधिकारियों के अनुसार मोदरे, फाल्के, क्षीरसागर, एलोन और चटाप का अंतिम संस्कार डामना में तथा बांडेवार का अंतिम संस्कार सतनारी गांव में किया गया।
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