जरुरी जानकारी | सेंसेक्स 254 अंक और टूटा, निफ्टी में 37 अंक की गिरावट
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. बैंक और वित्तीय कंपनियों के शेयरों में बिकवाली के बीच बुधवार को सेंसेक्स 254 अंक और टूट गया। लगातार दूसरे दिन बाजार बिकवाली दबाव में रहा। वैश्विक स्तर पर अमेरिका में बांड पर प्रतिफल बढ़ने तथा मुद्रास्फीति चिंता के बीच धारणा जोखिम से बचने की रही।
मुंबई, 29 सितंबर बैंक और वित्तीय कंपनियों के शेयरों में बिकवाली के बीच बुधवार को सेंसेक्स 254 अंक और टूट गया। लगातार दूसरे दिन बाजार बिकवाली दबाव में रहा। वैश्विक स्तर पर अमेरिका में बांड पर प्रतिफल बढ़ने तथा मुद्रास्फीति चिंता के बीच धारणा जोखिम से बचने की रही।
रुपये में भी लगातार चौथे दिन गिरावट आई। कारोबारियों ने कहा कि इससे भी निवेशकों का भरोसा डगमगाया।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 254.33 अंक या 0.43 प्रतिशत के नुकसान से 59,413.27 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 37.30 अंक या 0.21 प्रतिशत के नुकसान से 17,711.30 अंक पर आ गया।
सेंसेक्स की कंपनियों में एचडीएफसी का शेयर सबसे अधिक 1.96 प्रतिशत टूट गया। कोटक बैंक, एशियन पेंट्स, अल्ट्राटेक सीमेंट, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एचडीएफसी बैंक और टेक महिंद्रा के शेयर भी नुकसान में रहे।
बाजार के नुकसान में ज्यादा हिस्सा एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी तथा रिलायंस इंडस्ट्रीज का रहा।
वहीं दूसरी ओर एनटीपीसी, पावरग्रिड, सन फार्मा, एसबीआई, टाइटन और टाटा स्टील के शेयर 6.52 प्रतिशत तक चढ़ गए।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘वैश्विक स्तर पर बिकवाली और कच्चे तेल की कीमतों में उछाल से घरेलू बाजारों की शुरुआत नकारात्मक रुख के साथ हुई। अमेरिका में बांड पर प्रतिफल बढ़ने तथा अर्थव्यवस्था की सुस्ती से बाजार प्रभावित हो रहा है।’’
एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख एस रंगनाथन ने कहा, ‘‘आपूर्ति पक्ष की बाधाओं तथा जिंसों की ऊंची कीमतों की वजह से बाजार मुद्रास्फीति को लेकर चिंतित हैं।’’
उन्होंने कहा कि बिजली की कमी की वजह से चीन पर संकट है। ऐसे में भारतीय कंपनियों के लिए निर्यात के अवसर खुल रहे हैं। उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना से इसमें मदद मिलेगी।
रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति प्रमुख विनोद मोदी ने कहा, ‘‘दिन में कारोबार के दौरान घरेलू शेयरों में तेजी से सुधार हुआ। धातु, फार्मा और सरकारी बैंकों के शेयरों की अगुवाई में बाजार बेहद निचले स्तर से उबर सका।’’
बीाएसई मिडकैप और स्मॉलकैप 0.62 प्रतिशत तक चढ़ गए।
अन्य एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कम्पोजिट, जापान का निक्की और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में रहे। हांगकांग के हैंगसेंग में लाभ रहा। दोपहर के कारोबार में यूरोपीय बाजारों का रुख सकारात्मक था।
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल 0.57 प्रतिशत के नुकसान से 77.90 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया आठ पैसे टूटकर 74.14 प्रति डॉलर पर आ गया।
इस बीच, शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को 1,957.70 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
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