जरुरी जानकारी | रुपया 35 पैसे मजबूत होकर 82.40 प्रति डॉलर पर बंद

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बृहस्पतिवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 35 पैसे सुधार के साथ 82.40 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। सकारात्मक वृहद आर्थिक आंकड़ों के कारण निवेशकों की कारोबारी धारणा मजबूत होने से रुपये में तेजी आई।

मुंबई, एक जून अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बृहस्पतिवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 35 पैसे सुधार के साथ 82.40 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। सकारात्मक वृहद आर्थिक आंकड़ों के कारण निवेशकों की कारोबारी धारणा मजबूत होने से रुपये में तेजी आई।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 82.54 के भाव पर खुला और विदेशी पूंजी प्रवाह जारी रहने से यह कारोबार के अंत में 35 पैसे की तेजी के साथ 82.40 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।

कारोबार के दौरान रुपया 82.36 प्रति डॉलर के उच्चस्तर को छुआ और यह 82.54 प्रति डॉलर के निचले स्तर तक भी आया।

बुधवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 82.75 प्रति डॉलर के भाव पर बंद हुआ था।

इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को आंकने वाला डॉलर सूचकांक 0.20 प्रतिशत की गिरावट के साथ 104.12 रह गया।

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.17 प्रतिशत बढ़कर 72.72 डॉलर प्रति बैरल रहा।

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक, दिलीप परमार ने कहा, ‘‘शानदार आर्थिक आंकड़ों और विदेशी पूंजी प्रवाह बढ़ने के बीच भारतीय रुपये में मजबूती आई है। डॉलर प्रवाह और कम जिंस कीमतों के बाद रुपये में दो महीने के अंतराल में एक दिन की सर्वाधिक तेजी आई है।’’

विदेशी संस्थानों ने मई में 4.5 अरब डॉलर के शेयर खरीदे हैं, जो नवंबर के बाद सबसे ऊंचा आंकड़ा है।

तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 193.70 अंक की गिरावट के साथ 62,428.54 अंक रह गया।

विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे और उन्होंने बृहस्पतिवार को 71.07 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।

देश में विनिर्माण क्षेत्र की गतिविधियां मई, 2023 में और बढ़कर 31 माह के उच्चस्तर पर पहुंच गई हैं।

मौसमी रूप से समायोजित एसएंडपी ग्लोबल इंडिया का विनिर्माण खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) अप्रैल के 57.2 से बढ़कर मई में 58.7 हो गया। यह क्षेत्र की सेहत में अक्टूबर, 2020 के बाद सबसे मजबूत सुधार है।

बुधवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार देश की जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर 2022-23 की जनवरी-मार्च तिमाही में 6.1 प्रतिशत रही। वहीं पूरे वित्त वर्ष में वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत रही।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)

Share Now

\