देश की खबरें | संभल हिंसा में शामिल किसी भी शख्स को बख्शा नहीं जाएगा, विपक्ष इसका राजनीतिकरण न करे: भाजपा
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नयी दिल्ली, 27 नवंबर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को कहा कि उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हाल में हुई हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। इसके साथ ही पार्टी ने विपक्षी दलों से इस मुद्दे का राजनीतिकरण न करने की अपील की।
संभल जिले के कोट गरवी इलाके में शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के अदालती आदेश पर रविवार को हुई झड़प में चार लोगों की मौत हो गई और पुलिसकर्मियों समेत कई अन्य घायल हो गए। इसके बाद विपक्षी दल उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार और भाजपा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
भाजपा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में इस बारे में पूछे जाने पर कहा, "यह बेहद संवेदनशील मुद्दा है। किसी को भी इसका राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए। मैं सभी से अपील करुंगा कि जांच चल रही है और जांच एजेंसियों को अपना काम पूरा करने दें।"
उन्होंने कहा, "भारत में संविधान का शासन है। हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।"
संभल हिंसा का मुद्दा बुधवार को संसद में भी उठा। विपक्षी दलों ने इसे उठाया और दोनों सदनों की कार्यवाही सुबह एक बार और बाद में विपक्ष के लगातार हंगामे के कारण दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।
संसद परिसर में संवाददाताओं से बात करते हुए समाजवादी पार्टी के नेताओं ने कहा कि वे संसद में संभल मुद्दे पर चर्चा करना चाहते हैं। उन्होंने मांग की कि संभल शहर में हिंसा की घटनाओं की किसी भी जांच की निगरानी उच्चतम न्यायालय द्वारा की जानी चाहिए।
सपा सांसद डिंपल यादव ने कहा, "हम संभल में हुई घटना पर चर्चा चाहते हैं। हमारे कई सांसदों ने इसे लेकर लोकसभा अध्यक्ष को नोटिस दिया है। हम लोगों के खिलाफ पुलिस और प्रशासन के अमानवीय व्यवहार के बारे में सदन के पटल पर बोलना चाहते हैं।"
इस प्रकरण में उत्तर प्रदेश पुलिस ने 25 लोगों को गिरफ्तार किया है और सात प्राथमिकी दर्ज की हैं। इसमें संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जिया-उर-रहमान बर्क, स्थानीय विधायक इकबाल महमूद के बेटे सोहेल इकबाल और 2,750 से अधिक अज्ञात संदिग्धों के खिलाफ आरोप शामिल हैं।
संभल हिंसा की न्यायिक जांच जारी है।
जिया उर रहमान बर्क का नाम भीड़ को उकसाने के आरोप में दर्ज प्राथमिकी में है और उन्होंने दावा किया कि घटना के समय वह घटनास्थल पर मौजूद नहीं थे।
प्राथमिकी में उनका नाम होने के बारे में पूछे जाने पर रहमान ने कहा, ''वे (भाजपा) सत्ता में हैं, वे कुछ भी कर सकते हैं। मैं वहां मौजूद भी नहीं था। मैं बेंगलुरु में था और दंगों के लिए मुझे दोषी ठहराया जा रहा है।"
उन्होंने कहा, "मैं पुलिस द्वारा मारे गए लोगों और प्रताड़ित किए जा रहे लोगों (के परिवार) के बारे में अधिक चिंतित हूं। मैं उन लोगों के बारे में अधिक चिंतित हूं जिन्हें इसमें घसीटा जा रहा है।"
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