विदेश की खबरें | मालदीव से रिश्तों में कोई तीसरा पक्ष निशाने पर नहीं है: चीन
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on world at LatestLY हिन्दी. चीन ने मालदीव के साथ एक व्यापक रणनीतिक सहयोग साझेदारी कायम करने की प्रतिबद्धता जताई और कहा दोनों देशों के बीच सामान्य सहयोग में कोई तीसरा पक्ष निशाने पर नहीं है और न ही तीसरे पक्ष से इसमें कोई बाधा आएगी।
बीजिंग, पांच मार्च चीन ने मालदीव के साथ एक व्यापक रणनीतिक सहयोग साझेदारी कायम करने की प्रतिबद्धता जताई और कहा दोनों देशों के बीच सामान्य सहयोग में कोई तीसरा पक्ष निशाने पर नहीं है और न ही तीसरे पक्ष से इसमें कोई बाधा आएगी।
विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में मालदीव के साथ चीन के सैन्य समझौते के बारे में पूछे जाने पर मीडिया को विवरण के लिए "सक्षम चीनी अधिकारियों" से प्रतिक्रिया लेने को कहा।
उन्होंने कहा, "मोटे तौर पर, चीन एक व्यापक रणनीतिक सहकारी साझेदारी बनाने के लिए मालदीव के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।"
माओ ने किसी भी देश का नाम लिए बिना कहा, "चीन और मालदीव के बीच सामान्य सहयोग के दौरान कोई तीसरा पक्ष निशाने पर नहीं है और न ही किसी तीसरे पक्ष को इसे बाधित करना चाहिए।"
चीन ने मालदीव के साथ "मजबूत" द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के लिए मुफ्त सैन्य सहायता प्रदान करने के सिलसिले में एक रक्षा सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए है, जिसके बाद माओ ने यह प्रतिक्रिया दी है।
कुछ सप्ताह मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारतीय सैनिकों के पहले समूह के मालदीव छोड़ने के लिए समयसीमा तय की थी, माओ के बयान को भारत से जोड़कर देखा जा रहा है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)