देश की खबरें | राष्ट्रीय संग्रहालय, फ्रांसीसी एजेंसी ने ‘नार्थ, साउथ ब्लॉक’ में संग्रहालय के लिए करार किया
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नयी दिल्ली, 19 दिसंबर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बृहस्पतिवार को कहा कि जब ‘नॉर्थ ब्लॉक’ और ‘साउथ ब्लॉक’ परिकल्पना के अनुसार भव्य संग्रहालय बन जाएंगे, तो ‘‘हम वास्तव में भारत के पुनर्निर्माण के लिए प्रेरणा देखेंगे।’’
विदेश मंत्री ने यहां एक कार्यक्रम में अपने संबोधन में यह टिप्पणी की। इस कार्यक्रम में भारत के राष्ट्रीय संग्रहालय और ‘फ्रांस म्यूजियम डेवलपमेंट’ ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत फ्रांसीसी एजेंसी ब्रिटिशकालीन स्थलों को ‘‘वैश्विक सांस्कृतिक स्थल’’ में बदलने के लिए तौर-तरीकों और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करेगी। इसे युग युगीन भारत राष्ट्रीय संग्रहालय नाम दिया गया है।
केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, भारत में फ्रांसीसी राजदूत थिएरी मथौ और केंद्रीय संस्कृति सचिव अरुणीश चावला भी मंच पर मौजूद थे। आगामी युग युगीन भारत राष्ट्रीय संग्रहालय में आठ विषयगत खंड होंगे जो 5,000 वर्षों से अधिक समय की भारत की कहानी बताएंगे। माना जा रहा है कि यह दुनिया का सबसे बड़ा संग्रहालय होगा।
अधिकारियों ने पूर्व में बताया था कि नया संग्रहालय देश की राजधानी के मध्य में ‘नॉर्थ ब्लॉक’ और ‘साउथ ब्लॉक’ में स्थित होगा। इसका क्षेत्रफल 1.17 लाख वर्ग मीटर होगा तथा इसमें बेसमेंट और तीन मंजिलों पर 950 कमरे होंगे। इसके विकास से दोनों ऐतिहासिक ब्लॉक की विशिष्ट वास्तुशिल्पीय विशेषताओं को संरक्षित किया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री जयशंकर ने उपस्थित लोगों से कहा, ‘‘मैं आपको याद दिलाना चाहता हूं कि हम आज यहां राष्ट्रीय महत्व की महान परियोजना के लिए एकत्र हुए हैं... मेरा मंत्रालय इसी में स्थित है। जब ‘साउथ ब्लॉक’ और ‘नॉर्थ ब्लॉक’ उस तरह के संग्रहालय बन जाएंगे, जिसकी परिकल्पना की गई है, तो मुझे लगता है कि हम वास्तव में भारत के पुनर्निर्माण के लिए एक प्रेरणा देखेंगे।’’
वर्तमान में विदेश मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय ‘साउथ ब्लॉक’ में स्थित हैं, जबकि वित्त मंत्रालय और गृह मंत्रालय ‘नॉर्थ ब्लॉक’ में स्थित हैं।
राष्ट्रपति भवन (पूर्व में वायसराय हाउस) के साथ रायसीना हिल पर स्थित दो समान ब्लॉक राजधानी नयी दिल्ली के हिस्से के रूप में बनाए गए थे। इसे 1911-1931 के बीच सर एडविन लुटियंस और सर हर्बर्ट बेकर द्वारा डिजाइन किया गया था।
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