लखनऊ, 13 जुलाई उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस महीने के अंत में शुरू होने वाली पारंपरिक कांवड़ यात्रा को कोविड प्रोटोकॉल के अनुपालन में निकालने तथा आवश्यकता के अनुसार आरटी-पीसीआर की निगेटिव जांच रिपोर्ट की अनिवार्यता को भी लागू किये जाने का निर्देश दिया है ।
कोविड-19 पर मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अधिकारियों के साथ बैठक हुयी, जिसके बाद यहां जारी एक सरकारी बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दियें कि ''पारंपरिक कांवड़ यात्रा कोविड प्रोटोकॉल के साथ होगी ।
बयान के अनुसार, उन्होंने कहा, ‘‘कोविड संक्रमण की स्थिति को देखते हुए कांवड़ संघों से संवाद कर न्यूनतम लोगों की सहभागिता का अनुरोध किया जाए और दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा तथा उत्तराखंड राज्यों से संवाद कर यात्रा के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जायें । आवश्यकतानुसार आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट की अनिवार्यता भी लागू की जा सकती है।''
इससे पहले शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने श्रावण मास में 25 जुलाई से निकलने वाली भगवान शिव के भक्तों की कावड़ यात्रा की सुरक्षा तथा कोविड प्रोटोकॉल के पालन के लिए प्रशासनिक अधिकारियों को हिदायत दी थी और कहा था कि कोविड प्रोटोकॉल के दृष्टिगत प्रत्येक स्तर पर कांवड़ संघों से संवाद स्थापित किया जाए ताकि अनावश्यक भीड़ न हो और कोविड के सम्बन्ध में सतर्कता व सावधानी के सभी उपाय सुनिश्चित किए जायें।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रावण मास में भगवान शिव के भक्तों की पवित्र कांवड़ यात्रा-2021 की तैयारियों और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की थी ।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी मण्डलायुक्तों और पुलिस जोन के वरिष्ठ अधिकारियों से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से संवाद किया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए थे।
उन्होंने कहा कि श्रावण मास के प्रारम्भ होने के पहले बकरीद का भी त्यौहार पड़ रहा है, इसके दृष्टिगत सतर्कता और सावधानी आवश्यक है।
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