देश की खबरें | धनशोधन पर शिकंजा कसने के लिए यूरेशियन समूह की बैठक में भारत को सराहा गया
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. यूरेशियन समूह (ईएजी) की इंदौर में सोमवार से शुरू हुई 41वीं पूर्ण बैठक में धनशोधन और आतंकवाद के वित्तपोषण से निपटने के उपायों को लागू करने को लेकर मेजबान भारत की तारीफ की गई। केंद्रीय वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
इंदौर (मध्यप्रदेश), 25 नवंबर यूरेशियन समूह (ईएजी) की इंदौर में सोमवार से शुरू हुई 41वीं पूर्ण बैठक में धनशोधन और आतंकवाद के वित्तपोषण से निपटने के उपायों को लागू करने को लेकर मेजबान भारत की तारीफ की गई। केंद्रीय वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि ईएजी की इस बैठक के पहले दिन वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) द्वारा भारत को उच्चतम रेटिंग प्रदान किए जाने से जुड़ी रिपोर्ट को अपनाया भी गया।
उन्होंने बताया कि भारत के सबसे स्वच्छ शहर (इंदौर) में नौ देशों के इस संगठन के पांच दिवसीय जमावड़े के दौरान साइबर अपराधों, धनशोधन और आतंकवाद के वित्तपोषण की बढ़ती चुनौतियों से निपटने का खाका तय किया जाएगा।
बैठक में भारत की नुमाइंदगी कर रहे वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग के अतिरिक्त सचिव विवेक अग्रवाल ने संवाददाताओं को बताया कि एफएटीएफ ने धनशोधन और आतंकवाद के वित्तपोषण से निपटने के उपायों को लागू करने के भारत के प्रयासों के आकलन के बाद देश को ‘नियमित फॉलो-अप’ की श्रेणी में रखा है जो इस स्वतंत्र अंतर-सरकारी निकाय की दी जाने वाली उच्चतम रेटिंग है।
उन्होंने बताया,‘‘बैठक के पहले सत्र के दौरान ईएजी के सदस्य देशों के प्रतिनिधियों ने एफएटीएफ की उच्चतम रेटिंग मिलने के लिए भारत की तारीफ और समर्थन किया। उन्होंने चर्चा के बाद संकल्प पत्र पारित करके भारत की इस रेटिंग से जुड़ी रिपोर्ट को अपनाया।’’
अग्रवाल इस बैठक में शामिल भारतीय प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख हैं।
उन्होंने बताया कि बैठक के आगामी सत्रों में धनशोधन, धन के अवैध लेन-देन, आतंकवाद के वित्तपोषण और साइबर अपराधों के अलग-अलग अंतरराष्ट्रीय मसलों और इनके हल के उपायों पर चर्चा होगी।
अग्रवाल ने बताया कि बैठक के एक सत्र में वित्तीय प्रौद्योगिकी (फिनटेक) क्षेत्र के प्रतिनिधियों द्वारा इस विषय पर भी चर्चा की जाएगी कि नये वित्तीय उत्पादों के कारण कौन-से अपराधों को अंजाम दिया जा सकता है, इन अपराधों को रोकने के लिए किस तरह के कानूनी प्रावधान किए जाने चाहिए और खुफिया तंत्र को किस तरह नये सिरे से तैयार करते हुए कानून प्रवर्तन एजेंसियों को कैसे प्रशिक्षित किया जाना चाहिए।
उन्होंने बताया कि तीन दिन तक इन मुद्दों पर चर्चा के आधार पर बैठक के पूर्ण सत्र के दौरान ईएजी के सदस्य देशों द्वारा संकल्प पत्र को अपनाया जाएगा।
ईएजी की बैठक में शामिल होने आए प्रतिनिधियों ने इंदौर के एक बगीचे में सोमवार शाम पौधे भी रोपे। इंदौर नगर निगम ने इस बैठक की याद संजोने के लिए बगीचे को ‘‘यूरेशिया गार्डन’’ नाम दिया है।
इससे पहले, ईएजी की बैठक के स्वागत सत्र में इंदौर के स्थानीय प्रशासन के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया। उन्होंने भारत के सबसे स्वच्छ शहर में इस बैठक के आयोजन के लिए समूह के प्रति आभार जताया। इनमें इंदौर के लोकसभा सांसद शंकर लालवानी, मध्यप्रदेश के नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, शहर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव और जिलाधिकारी आशीष सिंह शामिल थे।
लालवानी ने स्वागत सत्र के दौरान कहा कि साइबर अपराधों, धनशोधन और आतंकवाद के वित्तपोषण की बढ़ती चुनौतियों से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर तालमेल की जरूरत है और इसके लिए संयुक्त जांच दल भी गठित होना चाहिए।
ईएजी में बेलारूस, चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, भारत, रूस, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं।
अधिकारियों ने बताया कि इंदौर में इस समूह की 29 नवंबर तक चलने वाली बैठक में करीब 200 विदेशी और 60 भारतीय प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि इनमें अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ), एशियाई विकास बैंक (एडीबी) और दूसरे संगठनों के अधिकारी शामिल हैं।
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