Asian Athletics Championship: डोप टेस्ट , खिलाड़ियों के पीछे हटने के बावजूद भारत को एशियाई एथलेटिक्स में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद
खिलाड़ियों के नाम वापिस लेने या डोप टेस्ट में चूकने के कारण भारत की तैयारियां आदर्श तो नहीं रही लेकिन शॉटपुट खिलाड़ी तेजिंदर पाल सिंह तूर और लंबी कूद के खिलाड़ी मुरली श्रीशंकर की अगुवाई में टीम को बुधवार से शुरू हो रही एशियाई एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है.
बैंकॉक, 11 जुलाई: खिलाड़ियों के नाम वापिस लेने या डोप टेस्ट में चूकने के कारण भारत की तैयारियां आदर्श तो नहीं रही लेकिन शॉटपुट खिलाड़ी तेजिंदर पाल सिंह तूर और लंबी कूद के खिलाड़ी मुरली श्रीशंकर की अगुवाई में टीम को बुधवार से शुरू हो रही एशियाई एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है. यह भी पढ़ें: Asian Athletics Championships 2023: नीरज चोपड़ा ने एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारतीय टीम को दी शुभकामनाएं, देखें Tweet
शॉटपुट खिलाड़ी करणवीर सिंह स्पर्धा से बाहर डोप टेस्ट में नाकाम रहे और उन्हें 54 सदस्यीय भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया. वहीं चोट के कारण तीन साल बाद वापसी करते हुए पिछले महीने राष्ट्रीय अंतर प्रांत चैम्पियनशिप में 51 . 48 सेकंड का समय निकालकर 400 मीटर का स्वर्ण जीतने वाली अंजलि देवी भी डोप टेस्ट में नाकाम रही.
भारतीय एथलेटिक्स महासंघ के एक शीर्ष अधिकारी ने इसकी पुष्टि की. राष्ट्रीय रिकॉर्डधारी रिले धावक मुहम्मद अनस याहिया भी रहस्यपूर्ण हालात में बाहर किये गए हालांकि 22 जून को चुनी गई टीम में उनका नाम था. एएफआई ने उनके बाहर होने का कारण नहीं बताया है. इस बारे में पूछे जाने पर एक अधिकारी ने कहा कि एशियाई एथलेटिक्स संघ विकल्पों को अनुमति नहीं देता है. इसके मायने हैं कि 11 जून की समय सीमा के भीतर भेजी गई टीम में अनस का नाम नहीं था.
लंबी कूद के अनुभवी खिलाड़ी जेस्विन अल्ड्रिन, त्रिकूद में प्रवीण चित्रावेल और भालाफेंक में पदक उम्मीद रोहित यादव ने चोटों के कारण नाम वापिस ले लिया. अल्ड्रिन की गैर मौजूदगी में श्रीशंकर लंबी कूद में स्वर्ण के दावेदार होंगे. वह पिछले महीने डायमंड लीग के पेरिस चरण में तीसरे स्थान पर रहे थे.
पुरूषों के शॉटपुट में एशियाई रिकॉर्डधारी गत चैम्पियन तूर पर नजरें रहेंगी जिन्होंने राष्ट्रीय अंतर प्रांत चैम्पियनशिप में 21 . 77 मीटर का थ्रो फेंका था. दोहा में 2019 में हुई चैम्पियनशिप में उन्होंने 20 . 22 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता था. उन्होंने कहा ,‘‘ मेरी तैयारी अच्छी है और बैंकॉक में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है.’’
पुरूषों के भालाफेंक में यादव के बिना भी भारत को डी पी मनु पदक दिला सकते हैं जिन्होंने इस साल 84 . 33 मीटर की दूरी तय की. ओलंपिक चैम्पियन नीरज चोपड़ा इसमें भाग नहीं ले रहे हैं जो बुडापेस्ट में अगस्त में होने वाली विश्व चैम्पियनशिप की तैयारी में जुटे हैं. त्रिकूद में अब्दुल्ला अबूबाकर और डेकाथलन में तेजस्विन शंकर से उम्मीदें होंगी.
महिलाओं में ज्योति याराजी 100 मीटर बाधा दौड़ में पदक की दावेदार होंगी. उन्होंने 12 . 84 सेकंड के साथ इस समय एशिया में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन का रिकॉर्ड अपने नाम किया हुआ है. महिलाओं की लंबी कूद में शैली सिंह और एंसी सोजन से उम्मीदें हैं. भालाफेंक में राष्ट्रमंडल खेल कांस्य पदक विजेता अन्नु रानी पर नजरें होंगी. पिछली बार उन्होंने रजत पदक जीता था. हेप्टाथलन में स्वप्ना बर्मन और 3000 मीटर स्टीपलचेस में पारूल चौधरी पदक की दावेदार हैं. भारत ने 2019 में दो स्वर्ण, सात रजत और सात कांस्य समेत 16 पदक जीते थे.
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