देश की खबरें | भारत ने बांग्लादेश से सभी अल्पसंख्यकों की रक्षा करने को कहा

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. भारत ने बांग्लादेश में उग्र बयानबाजी और हिंसा की बढ़ती घटनाओं पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए शुक्रवार को कहा कि अंतरिम सरकार को सभी अल्पसंख्यकों की रक्षा की अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए।

नयी दिल्ली, 29 नवंबर भारत ने बांग्लादेश में उग्र बयानबाजी और हिंसा की बढ़ती घटनाओं पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए शुक्रवार को कहा कि अंतरिम सरकार को सभी अल्पसंख्यकों की रक्षा की अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए।

भारत ने यह भी आशा व्यक्त की कि बांग्लादेश में राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार हिंदू नेता चिन्मय कृष्ण दास से संबंधित मामले को न्यायसंगत, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से निपटाया जाएगा।

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संसद को बताया कि भारत ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की घटनाओं को गंभीरता से लिया है और अल्पसंख्यकों सहित सभी नागरिकों के जीवन और स्वतंत्रता की रक्षा करना बांग्लादेश की प्राथमिक जिम्मेदारी है।

अगस्त में बांग्लादेश में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफे के बाद मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के सत्ता में आने के बाद भारत और बांग्लादेश के बीच संबंधों में तनाव पैदा हो गया है। भारत उस देश में अल्पसंख्यकों, विशेषकर हिंदुओं पर हमलों को लेकर चिंता व्यक्त करता रहा है।

जयशंकर ने कहा, ‘‘अल्पसंख्यकों सहित बांग्लादेश के सभी नागरिकों के जीवन और स्वतंत्रता की रक्षा की प्राथमिक जिम्मेदारी बांग्लादेश सरकार की है।’’ उन्होंने कहा कि ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों से संबंधित स्थिति पर ‘‘बारीकी से’’ नजर रख रहा है।

विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेश से अल्पसंख्यकों की रक्षा के लिए सभी कदम उठाने का आह्वान किया और उम्मीद जताई कि गिरफ्तार चिन्मय कृष्ण दास से जुड़े मामले को न्यायसंगत, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से निपटाया जाएगा।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत ने बांग्लादेश सरकार के समक्ष हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ खतरों और ‘‘लक्षित हमलों’’ का मुद्दा लगातार और दृढ़ता से उठाया है।

उन्होंने कहा, ‘‘इस मामले पर हमारा रुख स्पष्ट है। अंतरिम सरकार को सभी अल्पसंख्यकों की रक्षा की अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए।’’

जायसवाल ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा, ‘‘हम आक्रामक बयानबाजी, हिंसा और उकसावे की बढ़ती घटनाओं से चिंतित हैं। इन घटनाक्रम को केवल यह कहकर खारिज नहीं किया जा सकता कि मीडिया में बढा-चढ़ाकर दिखाया जा रहा है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम एक बार फिर बांग्लादेश से अल्पसंख्यकों की रक्षा के लिए सभी कदम उठाने का आह्वान करते हैं।’’

लोकसभा में एक सवाल पर जयशंकर ने कहा कि भारत हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों, उनके घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों के खिलाफ हिंसा की घटनाओं और मंदिरों और धार्मिक स्थलों पर हमलों को लेकर चिंतित है। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार ने इन घटनाओं को गंभीरता से लिया है और बांग्लादेश सरकार के साथ अपनी चिंताओं को साझा किया है।’’

जयशंकर ने कहा, ‘‘बांग्लादेश में हाल में दुर्गा पूजा उत्सव के दौरान मंदिरों और पूजा मंडपों पर हमले की खबरें भी सामने आईं। सरकार ने इस साल दुर्गा पूजा के दौरान ढाका के तांतीबाजार में एक पूजा मंडप पर हमले और सतखीरा में जेशोरेश्वरी काली मंदिर में चोरी के बारे में अपनी गंभीर चिंता व्यक्त की थी।’’

विदेश मंत्री ने कहा कि इन हमलों के बाद बांग्लादेश की सरकार ने दुर्गा पूजा समारोह के दौरान शांति व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए सेना और सीमा रक्षकों की तैनाती सहित विशेष सुरक्षा प्रदान करने के निर्देश जारी किए।

बांग्लादेशी अधिकारियों द्वारा हिंदू नेता चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर जायसवाल ने कहा कि भारत को उम्मीद है कि इस मामले में निष्पक्ष और पारदर्शी सुनवाई सुनिश्चित की जाएगी।

उन्होंने कहा, ‘‘हम इस्कॉन को विश्व स्तर पर प्रतिष्ठित संगठन के रूप में देखते हैं, जिसका सामाजिक सेवा का मजबूत रिकॉर्ड है।’’ जायसवाल ने कहा कि भारत ने पाया है कि मामले में कानूनी प्रक्रिया चल रही है।

जायसवाल ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि ये प्रक्रियाएं मामले को न्यायसंगत, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से निपटाएंगी, जिससे सभी संबंधित लोगों के कानूनी अधिकारों का पूरा सम्मान सुनिश्चित होगा।’’

दास को सोमवार को राजद्रोह के एक मामले में ढाका के हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया था।

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