जरुरी जानकारी | अर्थव्यवस्था के लिये मंगलकारी दिन; जीडीपी 20.1 प्रतिशत बढ़ी, शेयर बाजार नई ऊंचाईयों पर, रुपया मजबूत
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. देश की अर्थव्यवस्था के लिये मंगलवार का दिन अच्छा रहा। जहां कोरोना वायरस की खतरनाक दूसरी लहर के बावजूद देश की अर्थव्यवस्था में चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 20.1 प्रतिशत की रिकार्ड वृद्धि दर्ज की गई, वहीं बुनियादी ढांचा क्षेत्र के आठ उद्योगों का उत्पादन जुलाई में 9.4 प्रतिशत बढ़ा है।
नयी दिल्ली, 31 अगस्त देश की अर्थव्यवस्था के लिये मंगलवार का दिन अच्छा रहा। जहां कोरोना वायरस की खतरनाक दूसरी लहर के बावजूद देश की अर्थव्यवस्था में चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 20.1 प्रतिशत की रिकार्ड वृद्धि दर्ज की गई, वहीं बुनियादी ढांचा क्षेत्र के आठ उद्योगों का उत्पादन जुलाई में 9.4 प्रतिशत बढ़ा है।
इसके अलावा घरेलू शेयर बाजारों में जोरदार तेजी का सिलसिला जारी रहा। बीएसई सेंसेक्स 663 अंक उछलकर पहली बार 57,000 अंक के ऊपर नये रिकार्ड स्तर पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी भी 17,000 अंक के ऊपर निकल गया। वहीं, विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार में मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 29 पैसे उछलकर करीब 12 सप्ताह के उच्चतम स्तर 73 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया।
कोरोना वायरस की खतरनाक दूसरी लहर के बावजूद देश की अर्थव्यवस्था में चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 20.1 प्रतिशत की रिकार्ड वृद्धि दर्ज की गई। इसका कारण पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही का तुलनात्मक आधार नीचे होना और विनिर्माण तथा सेवा क्षेत्रों का बेहतर प्रदर्शन रहा है।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने सकल घरेलू उत्पाद का आंकड़ा जारी करते हुए एक बयान में कहा, ‘‘स्थिर मूल्य (2011-12) पर जीडीपी 2021-22 की पहली तिमाही में 32.38 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है जो 2020-21 की इसी तिमाही में 26.95 लाख करोड़ रुपये थी। यह 20.1 प्रतिशत वृद्धि है जबकि 2020-21 की पहली तिमाही में उससे पिछले साल की पहली तिमाही के मुकाबले 24.4 प्रतिशत की गिरावट आयी थी।’’
वहीं निम्न तुलनात्मक आधार तथा कोयले, प्राकृतिक गैस, इस्पात, सीमेंट और बिजली क्षेत्र के अच्छे प्रदर्शन की वजह से बुनियादी ढांचा क्षेत्र के आठ उद्योगों का उत्पादन जुलाई में 9.4 प्रतिशत बढ गया।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार एक साल पहले इसी महीने में आठ बुनियादी उद्योगों... कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली का उत्पादन 7.6 प्रतिशत घटा था। उस समय कोविड-19 महामारी के कारण देश में कारोबारी गतिविधियों पर तमाम तरह के अंकुश लागू थे।
उधर, शेयर बाजारों में लगातार चौथे दिन तेजी रही और तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 662.63 अंक यानी 1.16 प्रतिशत उछलकर अब तक के सर्वकालिक रिकार्ड स्तर 57,552.39 अंक पर बंद हुआ।
बाजार में तेजी के साथ बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण उछलकर अब तक के उच्चतम स्तर 2,50,02,084.01 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। सेंसेक्स को 56,000 से 57,000 अंक के बंद स्तर पर पहुंचने में केवल दो दिन लगे।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 201.15 अंक यानी 1.19 प्रतिशत चढ़कर अब तक के उच्चतम स्तर 17,132.20 अंक पर बंद हुआ।
वहीं निवेशकों की संपत्ति चार कारोबारी सत्रों में 8,47,575.7 करोड़ रुपये बढ़ी है।
विदेशी पूंजी प्रवाह बढ़ने और घरेलू शेयर बाजार में मजबूती के रुख के चलते रुपये में लगातार चौथे कारोबारी सत्र में तेजी रही। अंतर बैंक विदेशीमुद्रा विनिमय बाजार में मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 29 पैसे उछलकर करीब 12 सप्ताह के उच्चतम स्तर 73 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया।
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