जरुरी जानकारी | मलेशिया एक्सचेंज में तेजी के बावजूद पाम-पामोलीन में गिरावट

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. मलेशिया एक्सचेंज में 1-1.25 प्रतिशत की मजबूती रहने के बावजूद बृहस्पतिवार को देश के प्रमुख बाजारों में कच्चे पामतेल (सीपीओ) एवं पामोलीन के दाम गिरावट के साथ बंद हुए। इसके अलावा मूंगफली तिलहन और सोयाबीन तेल के दाम भी गिरावट के साथ बंद हुए। दूसरी ओर सरसों तेल-तिलहन, मूंगफली तेल, सोयाबीन तिलहन और बिनौला तेल के भाव पूर्ववत बने रहे।

नयी दिल्ली, 12 दिसंबर मलेशिया एक्सचेंज में 1-1.25 प्रतिशत की मजबूती रहने के बावजूद बृहस्पतिवार को देश के प्रमुख बाजारों में कच्चे पामतेल (सीपीओ) एवं पामोलीन के दाम गिरावट के साथ बंद हुए। इसके अलावा मूंगफली तिलहन और सोयाबीन तेल के दाम भी गिरावट के साथ बंद हुए। दूसरी ओर सरसों तेल-तिलहन, मूंगफली तेल, सोयाबीन तिलहन और बिनौला तेल के भाव पूर्ववत बने रहे।

बाजार सूत्रों ने कहा कि मलेशिया एक्सचेंज में कल गिरावट थी और आज सुबह भी गिरावट थी जबकि बाद में यहां 1-1.25 प्रतिशत की तेजी कायम हो गयी। ऐसी आशंका है कि वहां सट्टेबाजी चल रही हो। दूसरी ओर शिकॉगो एक्सचेंज में रात मामूली गिरावट थी और फिलहाल यहां घट-बढ़ जारी है। लेकिन इतना तय है कि सीपीओ और पामोलीन का दाम सोयाबीन, मूंगफली जैसे नरम तेल से काफी अधिक है और इस भाव पर कहीं भी पाम-पामोलीन खपेगा नहीं। इतने ऊंचे भाव पर कोई इस तेल को खरीदने से हिचकेगा। जाड़े के मौसम में इस तेल के जम जाने की भी शिकायत रहती है और इस मौसम में वैसे भी इन तेलों की मांग कम हो जाती है।

उन्होंने कहा कि मूंगफली खल के नहीं बिकने की वजह से मूंगफली तिलहन के दाम में गिरावट देखी गई। हल्की फुल्की मांग के बीच मूंगफली तेल के भाव पूर्ववत रहे।

सूत्रों ने कहा कि हाजिर बाजार में सोयाबीन तिलहन का भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से लगभग 18-20 प्रतिशत नीचे है। बाजार में किसान इससे और नीचे दाम पर बिक्री नहीं कर रहे और इन स्थितियों के बीच सोयाबीन तिलहन के भाव पूर्ववत बने रहे। जबकि मांग कमजोर रहने से सोयाबीन तेल के दाम में गिरावट देखी गई। वैसे बाकी खाद्य तेलों की भी कमजोर मांग है।

सूत्रों ने कहा कि सरसों की मंडियों में आवक अब बढ़ नहीं रही है। मूंगफली खल और सोयाबीन डीओसी की तरह सरसों खल की भी बिक्री प्रभावित है। इस स्थिति के बीच सरसों तेल-तिलहन के भाव भी पूर्वस्तर पर बंद हुए।

तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे:

सरसों तिलहन - 6,450-6,500 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली - 6,000-6,325 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) - 14,475 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली रिफाइंड तेल - 2,195-2,495 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 13,450 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 2,245-2,345 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 2,245-2,370 रुपये प्रति टिन।

तिल तेल मिल डिलिवरी - 18,900-21,000 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 13,350 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 13,200 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 9,550 रुपये प्रति क्विंटल।

सीपीओ एक्स-कांडला- 13,100 रुपये प्रति क्विंटल।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 12,300 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 14,300 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन एक्स- कांडला- 13,250 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल।

सोयाबीन दाना - 4,125-4,175 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन लूज- 3,825-3,860 रुपये प्रति क्विंटल।

मक्का खल (सरिस्का)- 4,100 रुपये प्रति क्विंटल।

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