नयी दिल्ली, 17 अक्टूबर दिल्ली की वायु गुणवत्ता सोमवार को लगातार दूसरे दिन ‘‘खराब’’ श्रेणी में दर्ज की गयी और अगले छह दिन में कोई सुधार होने की संभावना नहीं है। मौसम पूर्वानुमान एजेंसियों ने यहां यह जानकारी दी।
दिल्ली का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शाम चार बजे 237 दर्ज किया गया। गाजियाबाद में यह 247, फरीदाबाद में 286, ग्रेटर नोएडा में 254, गुरुग्राम में 232 और नोएडा में 254 दर्ज किया गया।
शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ तथा 401 से 500 के बीच एक्यूआई को ‘गंभीर’ माना जाता है।
भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) की त्वरित चेतावनी प्रणाली ने बताया कि वायु गुणवत्ता अगले छह दिन में ‘‘मुख्यत: खराब श्रेणी में ही रहने’’ की संभावना है।
‘वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान एवं अनुसंधान प्रणाली’ (सफर) ने अगले तीन दिन 12 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना जतायी है जिससे प्रदूषकों का केवल मध्यम स्तर तक ही छितराव होगा।
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के आंकड़ों के अनुसार, पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में वृद्धि दर्ज की गयी है।
पंजाब में शनिवार को पराली जलाने की 169, रविवार को 206 और सोमवार को 403 घटनाएं हुई।
विशेषज्ञों के अनुसार, सितंबर तथा अक्टूबर में बारिश के कारण धान की कटाई में देरी से पराली जलाने की घटनाएं बढ़ सकती है क्योंकि किसान अपने खेतों को अगली फसल के लिए तैयार करने की जल्दी में होंगे।
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने दिल्ली तथा पड़ोसी इलाकों में वायु गुणवत्ता के खराब स्तर तक गिरने पर रविवार को एजेंसियों से ‘ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान’ (जीआरएपी) के पहले चरण के तहत उपायों को सख्ती से लागू करने के लिए कहा।
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