Cyclone Asani: चक्रवात ‘असानी’ के मंगलवार रात को फिर से राह बदलने का अनुमान
बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना चक्रवाती तूफान ‘असानी’ आंध्र प्रदेश के काकीनाडा से लगभग 300 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में है और इसके मंगलवार को धीरे-धीरे कमजोर पड़ने की संभावना है. हालांकि, चक्रवात के कारण 105 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं.
नयी दिल्ली, 10 मई : बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना चक्रवाती तूफान ‘असानी’(Asani) आंध्र प्रदेश के काकीनाडा से लगभग 300 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में है और इसके मंगलवार को धीरे-धीरे कमजोर पड़ने की संभावना है. हालांकि, चक्रवात के कारण 105 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं. मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि चक्रवात के मंगलवार रात तक उत्तर आंध्र प्रदेश तट के करीब जाने की संभावना है और फिर दोबारा मुड़कर यह उत्तर आंध्र प्रदेश तथा ओडिशा तट के समानांतर आगे बढ़ेगा. इसके धीरे-धीरे कमजोर पड़ने की भी संभावना है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि चक्रवात सोमवार को 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा था.
वह पिछले छह घंटों के दौरान पांच किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिम- उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ा और सुबह साढ़े पांच बजे वह काकीनाडा से 300 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में, विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश) से 330 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पूर्व में, गोपालपुर (ओडिशा) से 510 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में और पुरी (ओडिशा) से 590 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित था. आईएमडी चक्रवात पर नजर बनाए हुए है और इस संबंध में अभी तक 20 बुलेटिन जारी कर चुका है, ताकि स्थानीय प्रशासन को तूफान के बारे जानकारी और उससे निपटने के सुझाव दे पाए. चक्रवात के कारण ओडिशा और पश्चिम बंगाल में सोमवार को भारी से मध्यम बारिश हुई. यह भी पढ़ें : Madhya Pradesh: अलीराजपुर में बारातियों से भरा वाहन पुलिया से नीचे गिरा, 3 की मौत
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, पश्चिम-मध्य और उससे सटी दक्षिण बंगाल की खाड़ी में समुद्र में हलचल तेज होने की संभावना है और मछुआरों को अगले कुछ दिनों तक क्षेत्र से दूर रहने को कहा गया है. तटीय क्षेत्रों और समुद्री समुद्र तटों में पर्यटन संबंधी गतिविधियों को 13 मई तक निलंबित रखने का सुझाव भी दिया गया है. ओडिशा के खुर्दा, गंजाम, पुरी, कटक और भद्रक आदि जिलों में दो से तीन बार बारिश हुई. मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, चक्रवात के कारण कोलकाता, हावड़ा, पुरबा मेदिनीपुर, उत्तर तथा दक्षिण 24 परगना और नादिया जिलों सहित पश्चिम बंगाल के दक्षिणी हिस्सों में बृहस्पतिवार तक भारी बारिश होने की संभावना है.