Chhattisgarh: कांग्रेस महाधिवेशन शुक्रवार से होगा शुरू, विपक्षी एकजुटता पर तस्वीर होगी साफ

कांग्रेस का महाधिवेशन शुक्रवार से छत्तीसगढ़ के रायपुर में शुरू होगा जिसमें राजनीति, अर्थव्यवस्था समेत कई विषयों पर प्रस्ताव पारित करने और कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के गठन के साथ ही 2024 के लोकसभा चुनाव में व्यापक विपक्षी एकजुटता के संदर्भ में पार्टी अपना रुख स्पष्ट करेगी.

Congress (Photo: PTI)

रायपुर, 23 फरवरी : कांग्रेस का महाधिवेशन शुक्रवार से छत्तीसगढ़ के रायपुर में शुरू होगा जिसमें राजनीति, अर्थव्यवस्था समेत कई विषयों पर प्रस्ताव पारित करने और कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के गठन के साथ ही 2024 के लोकसभा चुनाव में व्यापक विपक्षी एकजुटता के संदर्भ में पार्टी अपना रुख स्पष्ट करेगी. पार्टी का यह 85वां महाधिवेशन 24 फरवरी से 26 फरवरी तक चलेगा. कांग्रेस का यह महाधिवेशन ऐसे समय हो रहा है कि जब आगामी लोकसभा चुनाव में करीब एक वर्ष का समय बचा है तथा विपक्षी एकजुटता के संदर्भ में लगातार चर्चा हो रही है.

विपक्षी एकजुटता को लेकर चल रही चर्चा के बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने 21 फरवरी को नगालैंड में कहा कि अगले साल केंद्र में कांग्रेस की अगुवाई में गठबंधन सरकार बनेगी, हालांकि इसके अगले ही दिन दिल्ली में उन्होंने कहा कि साथी दलों के साथ मिलकर ‘‘सामूहिक रूप से’’ सरकार का गठन किया जाएगा. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने गत रविवार को कहा था कि इस महाधिवेशन में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर विपक्षी एकजुटता के संदर्भ में चर्चा की जाएगी एवं आगे का रुख तय किया जाएगा. उन्होंने इस बात पर जोर दिया था कि कांग्रेस की मौजूदगी के बिना देश में विपक्षी एकता की कोई भी कवायद सफल नहीं हो सकती. देश में विपक्षी एकजुटता की कवायद से जुड़ी चर्चा को पिछले दिनों बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एक बयान से बल मिला था. नीतीश कुमार ने गत 18 फरवरी को कहा था कि कांग्रेस को 'भारत जोड़ो यात्रा' से बने माहौल का लाभ उठाते हुए भाजपा विरोधी दलों को एकजुट कर गठबंधन बनाना चाहिए और अगर ऐसा हो गया तो 2024 के लोकसभा चुनाव में अभी 300 से ज्यादा सीट वाली भारतीय जनता पार्टी को 100 से भी कम सीट पर समेटा जा सकता है. यह भी पढ़ें : एनआईए ने देशभर में छापेमारी की, खालिस्तान समर्थक समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया

देश के मुख्य विपक्षी दल के इस अधिवेशन में राजनीति, अर्थव्यवस्था, अंतरराष्ट्रीय मामले, कृषि एवं किसान, सामाजिक न्याय और युवा एवं शिक्षा से जुड़े विषयों पर प्रस्ताव पारित किए जाएंगे. इसके साथ ही, सीडब्ल्यूसी के गठन की प्रक्रिया भी शुरू होगी, हालांकि पार्टी ने इस पर स्थिति स्पष्ट नहीं की है कि कांग्रेस कार्य समिति के आधे सदस्यों का चुनाव होगा या नहीं. उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने पिछले दिनों ‘पीटीआई-’ को दिए साक्षात्कार में कहा था कि सीडब्ल्यूसी के आधे सदस्यों का चुनाव होना चाहिए और पार्टी की इस शीर्ष नीति निर्धारक इकाई में नौजवानों को मौका मिलना चाहिए.

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