देश की खबरें | छत्तीसगढ़ 2024: नक्सलियों के खिलाफ आक्रामक रणनीति के साथ शुरू की गई लड़ाई

Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. छत्तीसगढ़ में वर्ष 2024 नक्सलियों के खिलाफ आक्रामक रणनीति के साथ शुरू की गई लड़ाई के लिए जाना जाएगा। इस वर्ष सुरक्षाबलों ने कई बड़ी मुठभेड़ों में 219 नक्सलियों को मार गिराया, 837 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया तथा 802 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।

रायपुर, 25 दिसंबर छत्तीसगढ़ में वर्ष 2024 नक्सलियों के खिलाफ आक्रामक रणनीति के साथ शुरू की गई लड़ाई के लिए जाना जाएगा। इस वर्ष सुरक्षाबलों ने कई बड़ी मुठभेड़ों में 219 नक्सलियों को मार गिराया, 837 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया तथा 802 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घोषणा की है कि मार्च, 2026 तक देश से नक्सल समस्या को समाप्त कर दिया जाएगा।

छत्तीसगढ़ में वर्ष 2024 की शुरुआत सुरक्षाबलों के लिए झटके के साथ हुई। 30 जनवरी को सुकमा-बीजापुर सीमा पर नक्सली हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के तीन जवान शहीद हो गए तथा 15 अन्य घायल हो गए। लेकिन अगले कुछ महीनों में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया और धुर नक्सल प्रभावित अबूझमाड़ के भीतर तक अभियान चलाया। सुरक्षाबलों ने फरवरी में सुकमा जिले के पुवर्ती गांव में एक शिविर की भी स्थापना कर ली, जो खूंखार नक्सली नेता हिडमा का पैतृक गांव है।

राज्य में सुरक्षाबलों को चार अक्टूबर को वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ चार दशक से चल रही लड़ाई में सबसे बड़ी जीत मिली। सुरक्षाबलों ने दंतेवाड़ा और नारायणपुर जिलों की सीमा पर मुठभेड़ में 31 नक्सलियों को मार गिराया। इससे पहले 16 अप्रैल को कांकेर जिले के छोटेबेठिया इलाके में कार्रवाई कर सुरक्षाबलों ने 29 नक्सलियों को मार गिराया था।

इस वर्ष सुरक्षाबलों ने 219 नक्सलियों को मार गिराया, जिनमें से 217 बस्तर क्षेत्र में मारे गए। बस्तर क्षेत्र में बस्तर, दंतेवाड़ा, कांकेर, बीजापुर, नारायणपुर, कोंडागांव और सुकमा जिले शामिल हैं। राज्य में पांच दिसंबर तक कुल 837 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया और 802 ने आत्मसमर्पण किया है। इस वर्ष नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में 18 सुरक्षाकर्मियों की जान चली गई, जबकि माओवादी हिंसा में 65 नागरिकों की मृत्यु हुई है।

केंद्रीय मंत्री शाह ने दिसंबर में बस्तर का दौरा किया और दोहराया कि मार्च 2026 तक राज्य से नक्सलवाद का सफाया कर दिया जाएगा।

विष्णु देव साय सरकार ने नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई में प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया तथा दुर्गम क्षेत्रों में शिविर स्थापित कर लोगों तक विकास योजनाओं का लाभ भी पहुंचाने की कोशिश की है। हालांकि इस दौरान राज्य सरकार को कांकेर, नारायणपुर और बीजापुर जिलों में फर्जी मुठभेड़ों के आरोपों का भी सामना करना पड़ा।

पांच साल के अंतराल के बाद पिछले साल दिसंबर में सत्ता में लौटी भाजपा ने इस वर्ष हुए लोकसभा चुनाव में 11 में से 10 सीटें जीत ली। वहीं नवंबर में एक विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में जीत हासिल कर पार्टी ने राज्य की राजनीति पर अपनी पकड़ बरकरार रखी है।

लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रैलियां की थी।

राज्य में इस वर्ष भूपेश बघेल की पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान हुए कथित घोटालों की जांच भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो से कराने के लिए प्राथमिकी दर्ज की गई। वहीं राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा की जांच की जिम्मेदारी सीबीआई को सौंपी गई।

राज्य में विपक्ष ने सरकार पर जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करने तथा कानून और व्यवस्था बनाए रखने में असमर्थ होने का भी आरोप लगाया।

राज्य के बलौदाबाजार जिले में 10 जून को सतनामी समाज ने पवित्र 'जैत खाम' की कथित तोड़फोड़ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन के दौरान बलौदाबाजार शहर में कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के कार्यालयों में तोड़फोड़ और आगजनी कर दी गई। आगजनी के मामले में कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव, भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) और भीम रेजिमेंट के सदस्यों सहित लगभग 150 लोगों को गिरफ्तार किया गया।

जनवरी में कबीरधाम जिले में मुस्लिम समुदाय के पांच लोगों द्वारा एक गौ सेवक की हत्या का मामला सामने आया जिसके बाद इसकी जांच एनआईए को सौंप दी गई।

अक्टूबर में सूरजपुर जिले में पांच लोगों द्वारा एक पुलिसकर्मी की पत्नी और 11 वर्षीय बेटी की जघन्य हत्या की घटना के कारण साय सरकार की किरकिरी हुई।

वर्ष 2024 में, छत्तीसगढ़ में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), राज्य के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो और आर्थिक अपराध शाखा ने राज्य के नौकरशाहों, व्यापारियों और कुछ कांग्रेस नेताओं के परिसरों पर अवैध कोयला लेवी, शराब और जिला खनिज फाउंडेशन से संबंधित कथित घोटालों के सिलसिले में कई छापे मारे।

ईडी ने अप्रैल में कथित दो हजार करोड़ रुपये के शराब घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में पूर्व आईएएस अधिकारी अनिल टुटेजा को गिरफ्तार किया। टुटेजा पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान एक प्रभावशाली नौकरशाह थे। वहीं एसीबी/ईओडब्ल्यू ने मार्च में महादेव ऑनलाइन बेटिंग ऐप घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की।

ईओडब्ल्यू ने फरवरी में पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान राज्य लोक सेवा आयोग भर्ती परीक्षा में कथित अनियमितताओं से संबंधित एक मामला दर्ज किया था। मामला जांच के लिए सीबीआई को सौंप दिया गया। सीबीआई ने नवंबर में छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी और एक व्यवसायी श्रवण कुमार गोयल को गिरफ्तार कर लिया।

साय सरकार ने इस वर्ष किसानों और महिलाओं के लिए क्रमशः 'कृषक उन्नति योजना' और 'महतारी वंदन योजना' की शुरुआत की।

राज्य में इस वर्ष भी हसदेव अरण्य क्षेत्र में प्रस्तावित परसा कोयला खदान के खिलाफ ग्रामीणों ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किएया।

राज्य में नवंबर माह में गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान और तमोर पिंगला वन्यजीव अभयारण्य को बाघ अभयारण्य घोषित करने की अधिसूचना जारी की गई। राज्य में अब बाघों के लिए ऐसे संरक्षित क्षेत्रों की संख्या चार हो गई है।

राज्य में इस वर्ष कुछ बड़ी सड़क दुर्घटना भी हुईं। अप्रैल में दुर्ग जिले के कुम्हारी क्षेत्र में एक बस के पलट कर खाई में गिर जाने से 12 यात्रियों की मौत हो गई तथा 14 अन्य घायल हो गए।

मई महीने में कबीरधाम जिले में एक पिकअप वाहन के घाटी में गिरने से 19 लोगों की मौत हो गई।

संजीव

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)

Share Now

\